बिहार में चुनाव की घोषणा होते ही राजनीतिक पार्टियों में हलचल तेज हो गई है। तारीखों का ऐलान होते ही राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर लिखा-“उठो बिहारी करो तैयारी, जनता का शासन अबकी बारी”। उन्होंने आगे लिखा-बिहार में बदलाव होगा, अफसर राज खत्म होगा, अब जनता का राज होगा। लालू यादव रांची के केंद्रीय कारागार में बंद हैं।
बिहार में आगे किसका राज रहेगा यह तो जनता तय करेगी, लेकिन लालू के ट्विटर हैंडल से हो रही ट्वीट से यह साफ हो गया है कि राजद सुप्रीमो जेल से ही पार्टी की कमान संभाले रहेंगे। यह पहला चुनाव होगा जब लालू बिहार में मौजूद नहीं होंगे। ऐसे में पूरी जिम्मेदारी तेजस्वी और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के कंधे पर होगी। लालू जेल से ही पार्टी को गाइड करेंगे।
नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि हम बिहार के लोगों को आश्वासन देते हैं कि उन्हें इस सरकार से मुक्ति दिलाएंगे। इस चुनाव में जदयू कहीं नहीं है। हमारी सीधी टक्कर भाजपा से है। कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कोरोना काल में चुनाव पर सवाल खड़े किये हैं। उनका कहना है कि जब 70 देशों में चुनाव टाला जा सकता है तो बिहार में क्यों चुनाव कराया जा रहा है। कोरोना काल में चुनाव खतरे से खाली नहीं है
भाजपा ने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया है। पार्टी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि भाजपा अपने कार्यकर्ताओं के साथ 200 प्रतिशत तैयार है। मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि भाजपा की बूथ स्तर पर तैयारी है। हमारी सरकार जनता के लिए समर्पित होगी। एनडीए पहले से भी ज्यादा सीट लेकर सत्ता में लौटेगी।
रालोसपा का कहना है कि कोरोना काल में संक्रमण से बचाव के साथ शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो जाए। पार्टी प्रवक्ता भोला शर्मा ने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि हम पहले भी चुनाव का विरोध नहीं कर रहे थे।