पटना। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी इस बार भी छठ नहीं करेंगी। छठ और राबडी का अनोखा संबंध है। लालू प्रसाद के मुख्यमंत्री बनने के बाद राबडी गंगा किनारे छठ करती थी। खुद मुख्यमंत्री बनी तो सुरक्षा कारणों से गंगा के बदले अपने निवास स्थान पर ही छठ करने लगी। 1990 से 2004 तक राबडी देवी छठ की सबसे बडी ब्रांड एम्बेसडर रही। 2005 में बिहार में राष्ट्रपति शासन लग गया और उस साल राबडी देवी ने छठ नहीं किया। राबडी देवी ने 2015 में सत्ता में लौटने पर धूमधाम से छठ किया, लेकिन पिछले दो साल से राबडी छठ नहीं कर रही हैं। सत्ता में रहते हुए राबडी ने कभी छठ न किया हो ऐसा नहीं हुआ, लेकिन जैसे ही सत्ता से लालू परिवार लग होता है, राबडी छठ करना छोड देती है। इस बार भी राबडी छठ नहीं कर रही है। वजह कई हैं। अकेलापन, बीमारी और भी बहुत कुछ।
हर त्योहार को अपने खास अंदाज में मनाने वाले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता हैं। लंबे वक्त से बीमार भी हैं और रांची के रिम्स में उनका इलाज चल रहा है। लालू के बिना लालू परिवार में त्योहारों की रौनक फीकी रही है। क्या होली, क्या दीपावली और क्या छठ बिन लालू सब सून। सूत्रों के हवाले से खबर है कि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी इस बार भी छठ नहीं करेंगी। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पिछले साल भी छठ व्रत नहीं किया था।
लालू आवास पर छठ की छटा साल 2015 में देखते बनी थी जब बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी और लालू यादव के दोनों बेटे बिहार सरकार में मंत्री बने थे। लेकिन बाद में लालू यादव चारा घोटाले में सजायाफ्ता हो गए और तेज प्रताप यादव और उनकी पत्नी ऐश्वर्या के बीच विवादों को लेकर परिवार परेशानी से घिरा रहा।