रांची रिम्स के निदेशक बदलने के बाद लालू प्रसाद यादव का जेल वाला आशियाना भी बदलने वाला है। जी हां खबर कुछ ऐसी ही आ रही है। झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के निदेशक के बंगले जिसका नाम अकेली बंगला है उसमें लालू प्रसाद यादव जमे हुए हैं बता दें कि चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव को कोरोनावायरस से रिमिक्स के बजाय अकेली बंगले में शिफ्ट कर दिया गया था लेकिन अब लगता है कि अकेली बंगले का मौज होने वाला है अस्थाई निदेशक आने के बाद उन्हें रहने के लिए बंगले की जरूरत है। गौरतलब है कि झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स के नए निदेशक पद्मश्री डा. कामेश्वर प्रसाद के स्टेट गेस्ट हाउस में रहने और राजद सुप्रीमो के उनके बंगले में रहने का मुद्दा फिलहाल काफी गर्म है। रिम्स के इतिहास में यह पहली बार है जब स्थायी निदेशक पदभार लेने के बाद भी बंगले में नहीं रह पा रहे हैं। इस मामले में डा. कामेश्वर प्रसाद ने बताया है कि विभाग से ज्वाइनिंग के लिए 2 महीने का समय लिया था। लेकिन एम्स से जल्दी रिलीव मिलने के बाद वे बिना तैयारी के अचानक पहुंच गए। इसलिए दिक्कत आ रही है। रिम्स निदेशक ने कहा है के लालू प्रसाद के अकेली बंगले में रखे जाने की समीक्षा की जा रही है कि किन परिस्थितियों में उन्हें वहां रखा गया अगर सारी चीजें ठीक रही तो उन्हें यहां से विदा किया जाएगा।
प्रबंधन 27 नवंबर के इंतजार में लगा है। इस दिन लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका पर हाई कोर्ट में सुनवाई होना है। हाई कोर्ट से राजद सुप्रीमो को बेल मिला तो बंगला खुद खाली हो जाएगा, नहीं तो उन्हें किसी दूसरी सुरक्षित जगह पर भेज दिया जाएगा। वहीं राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय यह भी है की चौकी झारखंड मुक्ति मोर्चा को लालू प्रसाद यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान 12 सीट देने का वादा किया था लेकिन वह वादा लालू प्रसाद यादव पूरा नहीं कर पाए अब जो बात सामने निकल कर के आ रही है वह यह है कि सोरेन से सेटिंग का सीट का फार्मूला फेल होने के बाद यह परिस्थितियां उत्पन्न की जा रही हैं राजनीतिक मतलब नहीं साधने के बाद अब लालू प्रसाद यादव को अकेली बंगले की सुविधा से बहुत जल्द ही मरहूम कर दिया जाएगा
हालांकि काेरोना वायरस से बचाव के लिए लालू यादव को रिम्स के पेइंग वार्ड से केली बंगले में शिफ्ट किया गया था। उस समय रिम्स निदेशक का बंगला केली बंगला खाली था। तब से वे इसी बंगले में रह रहे हैं। चुकी है अब रिम्स के अस्थाई निदेशक की नियुक्ति हो चुकी है और उसकी उनके अनुसार 1 नियुक्ति से पहले हैं रिलीव होकर रांची चले आए हैं इन परिस्थितियों में उन्हें अकेली बंगला नहीं मिल पा रहा है लेकिन बड़ा सवाल यह है कि अगर रांची रिम्स को स्थाई निदेशक मिल गया है और उन्हें खुद बंगले की जरूरत है तो लालू प्रसाद यादव को अकेली बंगले में रहने की इजाजत कैसे दी जाएगी हां यह जरूरी है कि कोरोनावायरस हुए उन्हें किसी दूसरे सुरक्षित ठिकाने पर शिफ्ट कर दिया जाएगा ।