जिले के बाजपट्टी की सुखचैन देवी की आत्मनिर्भरता की खबर दिखाने के बाद अब महिला को डीएम की पहल पर सरकारी मदद मिली है। वहीं उन्हें अब स्पेशल ट्रेनिंग देने की भी व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। ट्रेनिंग लेने के बाद सुखचैन देवी अपना ब्यूटी पार्लर खोल सकेंगी।
सुखचैन देवी की कहानी आत्मनिर्भरता की बड़ी मिसाल बन कर उभऱी थी। फर्स्ट बिहार ने खबरों में दिखाया था कि कैसे एक महिला लॉक डाउन में अपने पति के बेरोजगार होने पर पेट पालने के लिए लोक लाज छोड़कर कैंची और उस्तरा उठाकर पुरुषों के बाल और दाढ़ी बनाने में लग गई है। इस खबर के चलने के बाद सीतामढ़ी की डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने खुद ही महिला के मदद की पहल की।
डीएम की पहल पर बाजपट्टी प्रखंड की सुखचैन देवी के कार्य दक्षता में वृद्धि एवम उन्हें वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाने की प्रक्रिया शुरू की गई। सुखचैन देवी ने जिला उद्योग केंद्र में आकर 50000(पचास हजार) रुपये मुद्रा लोन के लिए आवेदन दिया ,जिसपर त्वरित करवाई करते हुए, उसे बैंक ऑफ बड़ौदा में भेज दिया गया है। दो-तीन दिन के अंदर लोन की रकम उनकी खाते में भेज दी जाएगी,साथ ही आवश्यकता पड़ने पर लोन की लिमिट भी बढ़ाई जाएगी।
गौरतलब हो कि सुखचैन देवी बहुत ही गरीब परंतु साहसी महिला है, जिन्होंने अपनी बच्चो के भरण-पोषण हेतु अपने गांव मे खुद ही लोगो की बाल-दाढ़ी बनाकर अपना रोजगार का रास्ता बनाया और यह साबित किया कि महिला अगर ठान ले तो कोई भी कार्य कर सकती है।
डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा को सुखचैन देवी के संबध में पता चला तो उन्होंने उनकी जज्बे की सराहना करते हुए लीड बैंक मैनेजर एवम अन्य अधिकारियों को उनके गांव मे भेजा। अब सुखचैन देवी का अपना पार्लर होगा, उनकी कार्य दक्षता को बढ़ाने हेतु उन्हें प्रशिक्षण भी दिलवाया जाएगा।अब उस गांव की बहू-बेटियों को शहर के ब्यूटी पार्लर में जाना नही पड़ेगा, शादी में दुल्हन को सजाने के लिए शहर में लाना नही पड़ेगा, क्योकि अब यह सब कार्य सुखचैन देवी स्वयं करेगी। डीएम ने महाप्रबंधक ,जिला उद्योग केंद्र,सीतामढ़ी एवम लीड बैंक मैनेजर को निर्देश दिया है कि सुखचैन देवी को हर संभव सहायता प्रदान करे।