कांटी थर्मल प्लांट की तीन यूनिट से उत्पादन ठप हो जाने के कारण मुजफ्फरपुर के साथ-साथ उत्तर बिहार के कई जिलों में बिजली की भारी किल्लत हो गई है. जिसका असर शहर से लेकर गांव तक देखने को मिला
मंगलवार को शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक लोग बिजली संकट से जूझते रहे. रात होते ही संकट और गहरा गया. बुधवार को भी राहत मिलने की उम्मीद कम ही है क्योंकि उच्च स्तरीय सूत्रों के मुताबिक कांटी थर्मल प्लांट में 195 मेगावाट क्षमता की एक यूनिट और 110-110 मेगावाट की दो यूनिट में सोमवार से ही उत्पादन ठप है.
महज एक यूनिट से 180 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है. मुजफ्फरपुर से शिवहर, सीतामढ़ी ,मोतिहारी इलाकों में बिजली की भारी किल्लत हो गई है. कांटी थर्मल प्लांट में बिजली उत्पादन बंद होने से असर पड़ा है. रोटेशन में बिजली की आपूर्ति की जा रही है, जिससे लोगों को भारी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है. बाढ़ के साथ-साथ अब बिजली की समस्या से लोग जूझ रहे हैं. दिन में तो किसी भी तरह से मैनेज हो जाता है, लेकिन रात में भारी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है.