साइकिल पर अपने बि’मार पिता को बिठाकर गुरूग्राम से दरभंगा आने वाली ज्योति एक बार फिर से चर्चा में है । दरअसल ज्योति को उनके कार्यों के लिये जो पुरस्कार की राशि मिली थी उसने उस पुरस्कार से अपने बुआ की शादी करवाकर परिवार और समाज का दिल जीत लिया है ।
बताया जाता है कि ज्योति के दादा दो भाई थे. दोनों दादा कारी पासवान और शिवनंदन पासवान का नि’धन हाे चुका है. चचेरी दादी विध’वा लीला देवी लक’वा ग्रस्त हैं. ज्योति ने अपनी चचेरी दादी की हाल’त देख उनकी बेटी कविता कुमारी की शादी कराने का फैसला लिया. यह बात उसने अपने पिता और माता से कही. शनिवार की रात कविता की शादी समस्तीपुर जिले के खानपुर थाना क्षेत्र के नाथुद्वार गांव के शिबू पासवान के पुत्र अरविंद पासवान के साथ श्यामा मंदिर में हुई.
लॉकडाउन में बी’मार पिता को साइकिल पर बैठाकर हरियाणा के गुरुग्राम से 1200 किलोमीटर दूर अपने घर दरभंगा पहुंचने वाली बिहार की बेटी ज्योति कुमारी की तारीफ पूरे देश में हो रही है. ज्योति ने सात दिन में गुरुग्राम से दरभंगा तक का सफर तय किया था. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप ने ट्वीट कर ज्योति कुमारी की सराहना की थी. उन्होंने ट्विटर पर ज्योति कुमारी की खबर को शेयर किया था और भारतीयों की सहनशीलता को सराहा था.
ज्योति के काम से उनके परिवार के साथ-साथ समाज के लोगों में भी खुशी है । सभी ज्योति की तारीफ करते हुए थक नहीं रहे है । ज्योति ने समाज के लिये एक मिसाल कायम किया है और सबों को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिये ।