पटना के गांधी मैदान में कल जदयू कार्यकर्ताओं के सम्मेलन था । उम्मीद थी 2 लाख लोग आएंगे । उसी के अनुसार खाना भी बना था । लेकिन लोग आएं नहीं । खाना बच गया । लेकिन सरकार के उन नुमाइंदे को ये नहीं हुआ कि खाने को गरीबों के बीच बंटवा दें । खाना यूँ ही फेंक दिया गया ।
खाना इतने ज्यादा मात्रा में था कि कई लोगों का पेट भर जाए । लेकिन किसी को इसकी नहीं पड़ी थी । जैसे ही सम्मेलन खत्म हुआ । बचे हुए खाने को फेंक दिया गया । जबकि बगल में ही यारपुर था । गरीबों की बस्ती में अगर बस खबर पहुँचा दी जाती तो लोग लाइन लगाकर ये खाना ले जाते । लेकिन ऐसा नहीं हुआ ।
इस पुरे प्रकरण को कांग्रेस के प्रवक्ता प्रेमचंद्र मिश्रा ने अपने फेसबुक से उठाया है । उनहोने वीडियो साझा करते हुए लिखा है कि, ‘जदयू एमएलसी ने खाना ज्यादा बना लिया था और लोग आए कम, गुस्सा में भोजन को फेंक दिया गया, ये फोटो एमएलसी कॉलोनी में मेरे आवास के पीछे की तश्वीर है। गरीबों को खिला देते फेंका क्यों??’
सवाल लाजिमी है । अब देखना ये है कि इस अन्न की बबार्दी पर जदयू की तरफ से क्या बचाव आता है । अभी तक जदयू के किसी भी नेता ने इस पर अपना बयान नहीं दिया है ।