नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना बीजेपी की मजबूरी है. यह कहना है बिहार सरकार में पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी का. बीजेपी कोटे से नीतीश सरकार में मंत्री सम्राट चौधरी ने अपने दिल की बात कह दी है. सम्राट चौधरी ने कहा है कि अगर बीजेपी साल 2015 में चुनाव नहीं हारी होती तो आज मुख्यमंत्री हमारा होता. सम्राट चौधरी ने कहा कि आज परिस्थितियां चाहे जो भी हो मजबूरी में हमने दूसरे का नेतृत्व कबूल किया है.
मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि हमें अपने संगठन को इतना मजबूत करना है कि साल 2025 में बीजेपी का मुख्यमंत्री हो. सम्राट चौधरी हाजीपुर में पार्टी के एक कार्यक्रम के दौरान खुले मंच से बोल रहे थे. उन्होंने संगठन से जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पंचायत और प्रखंड स्तर पर हमें अपना संगठन इतना मजबूत बनाना है कि फिर दूसरे के नेतृत्व की आवश्यकता ना पड़े.
सम्राट चौधरी ने कहा कि अगर 2015 का चुनाव हमारे नहीं होते तो हम गठबंधन में नहीं जाते. आज हमें दूसरे के नेतृत्व को कबूला पड़ा है. इसका मतलब यह है कि हमें नीचे के संगठन को मजबूत करना होगा.
सम्राट चौधरी का यह बयान इस बात का बड़ा संकेत है कि बीजेपी भविष्य में नीतीश कुमार के नेतृत्व को नहीं कबूल करने वाली. नीतीश कुमार के लिए बिहार में एनडीए के मुख्यमंत्री के तौर पर शायद यह आखिरी पारी है. सम्राट चौधरी बीजेपी के थिंकटैंक माने जाने वाले नेताओं के करीबी माने जाते हैं. सम्राट चौधरी नए हाजीपुर में जो कुछ कहा है, उसका अंदाजा शायद जेडीयू नेताओं को भी है.
यही वजह है कि पिछले दिनों जेडीयू की प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी अपने दम पर जेडीयू को मजबूत बनाने की अपील की थी. बिहार में विधानसभा चुनाव बीते साल ही हुए हैं. अगले चुनाव में अभी चाहे 4 साल का लंबा वक्त है. लेकिन इसके बावजूद जेडीयू और बीजेपी के नेता जिस तरह बयान दे रहे हैं. वह इस बात का बड़ा संकेत माना जा सकता है कि नीतीश के नेतृत्व पर बीजेपी के अंदर कहीं न कहीं बेचैनी है.