बिहार विधानसभा में उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने शुक्रवार को अपने विभाग का बजट पेश किया. इस दौरान उन्होंने मजाकिया अंदाज में कुछ ऐसा कह दिया कि विपक्ष ने हंगामा खड़ा कर दिया. विपक्ष ने शाहनवाज हुसैन और सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए वॉकआउट भी कर दिया.
शाहनवाज नहीं माने और उन्होंने आज अपने बजट भाषण के दौरान घोषणाओं की झड़ी लगा दी. बिहार सरकार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने मजाकिया अंदाज में कहा, “अब बिहार के किसान एक तरफ से मक्का डालेंगे, दूसरी तरफ से डॉलर और रुपया निकलेगा. एक तरफ से गन्ना डालेंगे तो दूसरी तरफ से इथनॉल निकलेगा.” शाहनवाज ने कहा कि लोग कहते हैं कि मैं फिर से बिहार आ गया है लेकिन मैं बिहार से बाहर कब गया था.
शाहनवाज बिहार में उद्योग लगाने की चर्चा कर रहे थे और अपने बजट भाषण में वह दावा कर रहे थे कि बिहार में उद्योग लगाने के लिए सरकार हर कीमत पर तैयार है. उद्योग लगाने के लिए उन्हें देश विदेश में जाना पड़ा तो वे जाएंगे. जो भी उद्योगपति बिहार आएंगे उनका स्वागत किया जाएगा. कोई पर्यटक यदि 1000 करोड़ रुपए बिहार में निवेश करता है तो उनके स्वागत के लिए उद्योग मंत्री खुद हवाई अड्डा जाकर उन्हें रिसीव करेंगे.
अपने बजट भाषण में मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा, “मुझे 32 साल की उम्र में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने कई विभाग की जिमेदारी दी थी. केंद्र में 6 विभाग में काम किया है. बिहार में काम करने का अवसर मिला है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विश्वास जताया है और उद्योग जैसी जिम्मेदारी दी है. मुझे महत्वपूर्ण विभाग दिया गया. यह मेरा सौभाग्य है क्योंकि सीएम ने पहले इस विभाग को खुद संभाला है.”
विधानसभा में अपने बजट भाषण के दौरान शाहनवाज हुसैन लगातार यह दावा कर रहे थे कि बिहार में उद्योग लगेंगे और निवेश भी किया जाएगा. इसी बीच उन्होंने कहा मैं कुछ ऐसी घोषणा भी नहीं करूंगा जो मैं पूरा नहीं कर सकता. मैं सिर्फ उन्हीं बातों की चर्चा करूंगा जो मैं कर सकता हूं. शाहनवाज के कहा कि मंत्री के रूप में मेरे सामने पार्टी का झंडा नही बल्कि देश का तिरंगा रहता है.
बिहार में बंद पड़े सभी चीनी मिलों को फिर से चालू करने की घोषणा करते हुए शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में जितने भी चीनी मिलें बंद हैं, उन्हें जल्द ही चालू किया जाएगा. सदन में मौजूद तेजस्वी यादव ने शाहनवाज हुसैन से यह सवाल पूछा लिया कि आप बातें तो बड़ी बड़ी कर रहे हैं लेकिन यह बताइए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मोतिहारी चीनी मिल में बनी चीनी की चाय कब पिलाएंगे.