बैरिया में बना इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) का उद्घाटन शुक्रवार को होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसे जनता को समर्पित करेंगे। इसके बाद मीठापुर से बस स्टैंड को वहां शिफ्ट किया जाएगा। आईएसबीटी से हर रोज करीब तीन हजार बसों का परिचालन होगा, जिससे रोजाना करीब 1.5 लाख यात्री यात्रा कर सकेंगे। गुजरात की तर्ज पर आईएसबीटी के निर्माण की योजना पर वर्ष 2017 में कार्य शुरू किया गया था। दो साल में इसको बनाकर पूरा कर लेना था। बुडको को इसके निर्माण का जिम्मा सौंपा गया। चार में से तीन ब्लॉक का निर्माण कार्य दिसंबर 2019 में ही पूरा कर लिया गया था। उस समय मार्च 2020 तक कार्य को पूरा कर लेने का लक्ष्य था। लेकिन, कोरोना संक्रमण के कारण इसमें विलंब हो गया।
इसके ए, बी व सी ब्लॉक बनकर तैयार हो गए हैं। आगमन और प्रस्थान का प्लेटफॉर्म भी तैयार हो गया है। आईएसबीटी को मेन रोड से कनेक्ट करने का काम भी पूरा कर लिया गया है। डी ब्लॉक को व्यावसायिक उपयोग के लिए तैयार किया जा रहा है। इस 10 मंजिले ब्लॉक में मॉल व मल्टीप्लेक्स की सुविधा रहेगी। इससे यात्रियों को खरीदारी करने के लिए शहर में जाने की जरूरत नहीं होगी। बस मिलने में देरी होने पर मल्टीप्लेक्स में सिनेमा देख सकेंगे। साथ ही, होटल, कैफेटेरिया, रेस्ट हाउस, रेस्टोरेंट व फूड कोर्ट का भी निर्माण होगा। सरकार ने आईएसबीटी के संचालन के लिए कमेटी का भी गठन कर दिया है। इससे इसके सही संचालन में मदद मिलेगी।
आईएसबीटी 25 एकड़ में बना है। इस पर 302 करोड़ खर्च हुए हैं। गांधी मैदान से चलने वाली सरकारी बसों को भी यहां शिफ्ट किया जाएगा। कार व छोटी गाड़ियों से आने वाले यात्रियों के लिए एलीवेटेड रोड बनाया गया है। पेडेस्ट्रियल पाथवे, पेडेस्ट्रियल सबवे एलिवेटेड पेडेस्ट्रियल ब्रिज की भी सुविधा मिलेगी। टर्मिनल में एक साथ 211 बसों के ठहराव की व्यवस्था की गई है। बाकी बसें आती-जाती रहेंगी। यहां पर ड्राइवर व बसों के स्टाफ के रुकने के लिए डोरमेट्री का भी निर्माण किया गया है। वहां सभी आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं। आईएसबीटी के निकट ही मेट्रो स्टैंड का भी निर्माण किया जाना है। इससे आईएसबीटी आने के लिए लोगों को अधिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।