प्रधानमंत्री की अपील पर कोरोना से जंग के लिए बिहार के 11 करोड़ लोग रविवार की रात 9 बजे 9 मिनट तक दीया-कैंडल-टॉर्च जलायेंगे। लोग विश्वास दिलायेंगे कि कोरोना से लड़ने में कोई भी अकेला नहीं है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जारी लाकडाउन के कई अच्छे परिणाम मिले। कई देशों की तुलना में हम बीमारी को फैलने से रोकने में ज्यादा सफल रहे हैं, लेकिन इसके बदले लोगों को कामकाज बंद कर घरों में रहकर भारी कीमत चुकानी पड़ रही है।
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सरकार गरीबों-मजदूरों की जरूरत पूरी करने का पूरा खयाल रख रही है, लेकिन निराशा को जीतने के लिए प्रबल आत्मविश्वास, उत्साह और उम्मीद का प्रकाश फैलाना भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने गत 22 मार्च को थाली-घंटी बजाकर जब कोरोना वीरों का अभिनंदन किया, तब राजद-कांग्रेस जैसे विरोधी दलों ने इसका विरोध किया या मजाक उड़ाया था।
अब जब डाक्टर, स्वास्थ्यकर्मी और पुलिस जैसी पहली कतार के कोरोना सेनानियों पर थूका जा रहा है और हमले हो रहे हैं, तब इन दलों ने चुप्पी क्यों साध ली? कोरोना से मानवता को बचाऩे के महासंग्राम में जिनकी हमदर्दी ऐसे लोगों के साथ है, जनता उसका भी जवाब मांगेगी।