बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के सोहडीह गांव के किसान काफी परेशान है. बताते चले कि किसानों ने इस बार अपने खेत मे प्याज की खेती की. लेकिन अचानक मौसम खराब होने के कारण किसानों का लगाया गया प्याज पूरी तरह से बर्बाद हो गया. अब किसान प्याज को खेत, नदी, और नाले में डाल रहे है.
किसानों ने पूछने पर बताया कि उन्हें कोई देखने वाला नही है. बिहार सरकार भी अभी किसान को देखना पसंद नही कर रही है. तभी तो आज किसान प्याज फेंक रहे है. इस इलाके के बीजेपी विधायक डॉ सुनील भी किसान को नहीं समझ रहे है. इसलिए इस बार होने वाला विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को झटका लग सकता है. ये खुद यहाँ के किसान बोल रहे है की सरकार से हमलोग संतुष्ट नही है.
इतना ही नही यहाँ के किसानों का फसल बीमा भी नहीं हुआ. जिसको लेकर भी नाराजगी है, अब ये देखना होगा कि इतनी भारी मात्रा में प्याज बर्बाद होना आने वाला समय मे कहीं न कहीं सरकार और लोगो को परेशानी बढ़ेगी. आज से 5 महीना पहले प्याज का दाम 110 रुपये किलो था और आज प्याज का दाम 4 रुपए किलो है. लेकिन खरीदने वाला कोई नही है. इसी को लेकर प्याज को किसान फेंक रहे हैं और सरकार से गुहार लगा रहे है कि किसान पर ध्यान दे. ताकि किसान अच्छे से खेती कर सके.
हालाँकि राज्य सरकार की ओर से किसानों की बेहतरी के लिए कई तरह की घोषणा की गयी है. लेकिन नालंदा में किसानों के बीच निराशा है.