पटना में अभी मानसून ने दस्तक ही दी थी कि पटना पानी-पानी हो गया । आलम ये है कि सुशील मोदी के मुहल्ले तक पानी पहुँच गया है । जबकि सरकार ने दावा किया था कि इस बार पटना को डूबने नहीं देंगे । मालूम हो कि पिछले बार इसी तरह बारिश के कारण पटना पानी-पानी हो गया था । भयंकर बाढ़ ने कई तरह के जान-माल को नुकसान पहुँचाया था ।
बिहार में मानसून (Monsoon In Bihar) की बारिश लगातार जारी है इस बारिश ने पटना (Patna) के लोगों की परेशानी फिर से बढ़ा कर रख दी है. रविवार की सुबह से हो रही बारिश ने पटना के कई इलाकों में जलजमाव (Water Logging In Patna) की स्थिति पैदा कर दी है. बारिश के कारण सबसे ज्यादा असर पटना के नीचले इलाके राजेंद्र नगर में हुआ है. यहां लोग जलजमाव के बीच आने जाने को मजबूर हैं.
खास बात यह है कि बारिश के पानी ने बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आवासीय क्षेत्र को भी अपनी गिरफ्त में ले लिया है. सुशील कुमार मोदी के आवासीय क्षेत्र में हुए जलजमाव के बाद पानी की निकासी के लिए नगर निगम के कर्मचारी मौके पर पहुंचे हैं. निगम कर्मी इस जलजमाव के लिए एक निजी एजेंसी पर ठीकरा फोड़ रहे हैं वही जल निकासी वाले पाइप के डैमेज होने के कारण जल जमाव की स्थिति बता रहे हैं.
पटना के ही कदम कुआं इलाके में भी भीषण जल जमाव की स्थिति है जहां लोग इस गंदगी और जलजमाव के बीच निकलने को मजबूर हैं. पटना में रविवार की सुबह से ही तेज हवा के साथ जोरदार बारिश हो रही है इस बारिश ने लोगों को फिर से चिंता में डाल दिया है. इस बार मानसून की पहली बारिश में ही हुए जलजमाव के बाद खुद सीएम नीतीश कुमार स्थिति और तैयारियों का जायजा लेने निकले थे लेकिन लोगों की मुश्किलें फिलहाल काफी हद तक वैसी ही बनी हुई हैं.
पटना में पिछले साल हुई बारिश की बुरी यादें लोगों के जेहन से जा नहीं रही हैं. लोगों को लगातार डूबने का डर सता रहा है खासकर पटना के कंकड़बाग और राजेंद्र नगर इलाके के लोगों को जिन्हें पिछले साल की बारिश ने कई दिनों तक अपने ही घर में नजरबंद कर दिया था.