अगर आप पटना समेत बिहार के दूसरे जिले में फ्लैट लेने की सोंच रहे हैं तो बिल्डर के प्रोजेक्ट की पूरी तरह जांच कर लीजिये। बिहार रियल एस्टेट रेगुलेटरी ऑथोरिटी यानि रेरा ने सूबे के बिल्डरों के 11 प्रोजेक्ट का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया है। बिल्डर इन प्रोजेक्ट को नियमों की धज्जियां उड़ा कर बना रहे थे। रेरा ने उन पर रोक लगा दिया है। बिहार में अब तक रेरा द्वारा 29 प्रोजेक्ट पर कार्रवाई की जा चुकी है।
11 प्रोजेक्ट का आवेदन रद्द
रेरा ने जिन 11 नये प्रोजेक्ट के आवेदन को रद्द किया उसमें पटना के अलावा राज्य के दूसरे शहरों के भी प्रोजेक्ट भी शामिल हैं। रेरा के मुताबिक पटना के 7 नये प्रोजेक्ट पर रोक लगायी गयी है। वहीं भागलपुर औऱ सासाराम के भी एक-एक औऱ गया के दो प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी गयी है। रेरा अधिकारियों के मुताबिक इन नये प्रोजेक्ट में काफी गडबडी पायी गयी थी। उनका नक्शा सही नहीं था, रिर्टन फाइल नहीं हुआ था और दूसरे कागजात भी सही नहीं थे। इसके कारण 11 प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी गयी है।
देखिये कौन से बिल्डर के किस प्रोजेक्ट पर रेरा ने रोक लगायी है।
पटना में सौम्य विनायक कंस्ट्रक्शन का यू।आर। रविकिरण कॉम्प्लेक्स
पटना में श्री महावीर बिल्डर्स का लैंड डेवलपमेंट
पटना में शिव जया कंस्ट्रक्शन का जया गार्डेन
पटना में मुनेश्वरी इंजीकॉम का नरेंद्र एंक्लेव
पटना में शौर्य इंफ्रा वेंचर्स का शौर्य होम्स
पटना में ख्याति इंफ्रास्ट्रक्चर का नवीन चंद्र कांप्लेक्स
पटना में आरके नारायण कंस्ट्रक्शन का चंद्र प्रभा हैरिटेज
भागलपुर में मृनमॉय मित्रा का विभा इनक्लेव
गया में रॉयल प्रिमियम डेवलपर्स का रॉयल सिद्धार्थ इनक्लेव
गया में पूनम सिंह का खुशी प्रांगण
रेरा ने इससे पहले बिल्डरों के 18 प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी थी। रेरा ने आदेश दिया था कि इन प्रोजेक्ट के लिए बिल्डरों ने ग्राहकों से जो पैसे लिये हैं उन्हें सूद समेत लौटाये। सितंबर महीने में रेरा ने कुल मिलाकर 29 प्रोजेक्ट को रद्द किया है।