कोरोना ने दिल्ली में रहने वाले लोगों पर कहर बरपा दिया। सैकड़ों मकान मालिकों ने किराएदारों से घर खाली करा दिया। गणेश सहनी को भी घर मालिक ने हटा। कोरोना के डर से कोई जगह नहीं मिली जिसके बाद आर्थिक संकट का सामना कर रहे गणेश ने रिक्शा उठाया और चलाते हुए वह अपने मोतिहारी जिले में स्थिति अपने गांव पहुंच गया।
1 हजार से अधिक किमी का सफर किया तय
गणेश ने कठिन दौर में भी हिम्मत नहीं हारी और वह रिक्शा चलाते हुए करीब एक हजार किमी तक का सफल तक कोठिया गांव पहुंचा। गणेश दिल्ली में कई सालों से रिक्शा चलाकर अपना जीवन यापन करता था, लेकिन कोरोना के कहर ने दिल्ली छोड़ने पर मजदूर कर दिया। लॉकडाउन के कारण कोई ट्रेन भी नहीं मिल रही थी। जिसके बाद रिक्शा ही साथ दिया।
गांव पहुंचने पर हुआ मेडिकल टेस्ट
दिल्ली से गांव आने की जब जानकारी मुखिया को मिली तो उसने स्वास्थ्य विभाग की टीम को जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच किया और गणेश को फिलहाल कुछ दिनों तक अकेले ही घर में रहने का सलाह दी है। फिलहाल गणेश परिवार के बाकी सदस्यों से घर में अलग रह रहा है। बता दें कि कई राज्यों में फंसे सैकड़ों मजदूर अपने गांव आने के लिए परेशान है। कई तो पैदल ही चल दिए हैं।