13 साल की नाबालिग बच्ची के साथ उसका दादा ही यौनशोषण कर रहा था। ताज्जुब की बात तो यह कि दादा के इस घिनौने काम में पीड़ित बच्ची की मां भी आरोपी दादा का साथ दे रही थी। इन दोनों आरोपियों को कोर्ट ने दोषी पाया है और 20-20 साल की कठोर सजा सुनाई है।
बता दें कि 13 वर्षीया पोती के साथ लगातार दुष्कर्म करने वाले दादा आरएस कुमार और उनके कुकृत्य में सहयोग करने वाली मां मंजू देवी (काल्पनिक नाम) को अदालत ने दोषी माना है। पटना पॉक्सो कोर्ट के विशेष जज मधुकर कुमार की अदालत ने मंगलवार को करीब 22 महीने पुराने इस मामले में दोनों को 20-20 वर्ष का कठोर कारावास और 20 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनायी।
12 फरवरी 2018 को हुआ था मामला
दादा पूर्व सैनिक है। न्यू जगनपुरा स्थित घर में उसके साथ ही पोती व उसकी मां रहती थी। पोती रामकृष्णा नगर स्थित एक निजी स्कूल में आठवीं कक्षा की छात्रा थी। दादा व मां के खिलाफ छात्रा के बयान के आधार पर रामकृष्णा नगर थाने में 12 फरवरी, 2018 को मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने उसी समय दादा रामसागर प्रसाद व मां किरण देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
पीड़ित बच्ची का कहना है कि 2011 में पिता की मौत के बाद मां , 2 भाई, 2 बहन और दादा हमलोग एक घर में रहते थे। पीड़ित बच्ची ने बताया कि दादा 7 साल की उम्र से ही मेरा यौनशोषण करता था। दादा मेरे साथ गंदा काम करते थे। मैंने कई बार अपनी मां से इस बात की शिकायत की लेकिन मां कुछ नहीं कहती थी बल्कि उल्टे ही दादा के पास किसी बहाने से भेज दिया करती थी।