राष्ट्रीय जनता दल ने एक बार फिर से पोस्टर के जरिए सरकार पर हमला किया है। इस पोस्टर में लखीमपुर में किसानों के साथ हुई बर्बरता को दर्शाया गया है। वहीं पोस्टर में एक तरफ नाथूराम गोडसे द्वारा गांधी जी को गोली मारते हुए दिखाया गया है, वहीं दूसरी तस्वीर लखीमपुर खिरी में किसानों पर गाड़ी चढ़ाते हुए दिखाया गया है। राजद ने दोनों घटनाओं को एक समान बताया है। साथ ही पोस्टर पर कैप्शन के रूप में लिखवाया गया है कि जो गांधी जी का हत्यारा है, वही किसानों का भी हत्यारा है। इन तस्वीरों के जरिए राजद सीधे सीधे भाजपा पर निशाना साध रही है।
कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगाया गया लगातार किसान आंदोलन कर रहे हैं और उसी को लेकर यह पोस्टर कहीं ना कहीं लगाया गया लखीमपुर की घटना को पोस्टर के माध्यम से दर्शाया गया है और लिखा गया है जो गांधी का हत्यारा है वही किसानों का अभी हत्यारा किसानों पर अत्याचार कब तक सहेगा हिंदुस्तान और नीचे लिखा है तीनों काला कृषि कानून वापस लेना होगा। पोस्टर का समर्थन करते हुए राजद के प्रदेश महासचिव अरुण ने कहा कि लखीमपुर में किसानों के साथ जो कुछ भी हुआ, वह बिल्कुल गलत था। मामले में यूपी की पुलिस सिर्फ दिखावा कर रही है।
जांच पर भरोसा नहीं है, दिखावे के लिए कार्रवाई
राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं ने यह पोस्टर लगा है और उनका कहना है जिस तरीके से अभी हम आजादी के 75 साल में है लेकिन अंग्रेजों का जो शासन काल था वही आज भी है । इनकी मांग है कि जिस मंत्री ने इस घटना को अंजाम दिया है वह मंत्री का इस्तीफा लिया जाए और उसके बाद सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट इसकी जांच कर सभी न्याय मिलेगा जिस पद पर बैठे मंत्री अभी है जो डीएम एसपी उनको सलाम ठोकते हैं वह कार्रवाई कैसे करेंगे जब तक वह इस्तीफा नहीं देंगे।