
भीषण जाम को देखते हुए महात्मा गांधी सेतु की दोनों लेन पर सोमवार को वाहनों का परिचालन शुरू करा दिया गया। रविवार की रात सेतु पर वाहनों के अत्यधिक दबाव के कारण पूर्वी लेन को बंद करने की तय योजना में बदलाव किया गया। शाम से सुबह तक सेतु पर वाहनों का दबाव बना रहा। अब कहा जा रहा है कि गायघाट में पीपा पुल चालू होने के बाद ही सेतु की एक लेन को बंद किया जाएगा। दोनों लेन पर आवाजाही से वाहन चालकों ने राहत की सांस ली। गंगा में बढ़े जलस्तर को देखते हुए नवंबर से पहले गायघाट स्थित पीपा पुल को चालू किया जाना संभव नहीं है।
दो माह बाद कटेगा गांधी सेतु का पूर्वी लेन
जब तक वाहनों का परिचालन जारी है, तब तक पूर्वी लेन को काटना संभव नहीं है. ऐसे में नवंबर मध्य में पीपा पुल बनने के बाद जब पश्चिमी लेन से गांधी सेतु का पूरा यातायात निकाला जाने लगेगा, उसके बाद ही पूर्वी लेन की कटाई और नये स्टील सुपर स्ट्रक्चर का निर्माण संभव है. हालांकि सूत्रों की मानें तो पानी का स्तर बढ़ने के कारण उससे पहले पुल की कटाई का काम शुरू करना संभव भी नहीं है.