बिहार के भूजल (Ground Water) के स्तर में सुधार दर्ज किया गया है। बिहार के सभी जिलों में एक फुट से 12 फुट तक जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह बढ़ोतरी पिछले साल की तुलना में इस साल दर्ज की गई है। यह जानकारी लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (PHD) द्वारा जारी रिपोर्ट में दी गई है। पीएचडी ने 31 मार्च 2020 तक की स्थिति को देखते हुए जिलों से रिपोर्ट तलब की थी। विभाग ने जिलों से रिपोर्ट मिलने के बाद इसकी समीक्षा की और जिलावार रिपोर्ट जारी कर दी। यह रिपोर्ट सभी जिलों में औसत जलवृद्धि के आधार पर तैयार की है। विशेषज्ञों के अनुसार पिछले साल बिहार में अच्छी बारिश का नतीजा है कि भूजल स्तर में ठीक-ठाक बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
गया में सबसे ज्यादा तो मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में सबसे कम सुधार
हिंदुस्तान अखबार में छपी रिपोर्ट के अनुसार भूजल के स्तर में सर्वाधिक वृद्धि गया जिले में दर्ज की गई है। गया में 31 मार्च 2019 में भूजल 38।5 फुट नीचे चला गया था जो 2020 में 25।6 फुट नीचे रह गया है। भूजल में सबसे कम सुधार समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर जिलों में दर्ज की गई है। इन दोनों जिलों में औसत एक फुट जल के स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मुजफ्फरपुर में वर्ष 2019 में भूजल स्तर 20।10 फुट था जो 2020 में बढ़कर 21।10 फुट हो गया है।
इन जिलों में इतनी हुई बढ़ोतरी
इस रिपोर्ट के अुनसार जहानाबाद का जलस्तर 36।2 फुट से बढ़कर 23।3 फुट रह गया है। कैमूर जिले में 41।3 से बढ़कर 30।1 फुट हो गया है। औरंगाबाद का जल स्तर 31।9 से बढ़कर 23।9 हो गया है। दरभंगा का जलस्तर 21।10 से बढ़कर 14।10 फुट हो गया है।
पटना में भी हुई बढ़ोतरी
बिहार के इन जिलों में पिछले साल की तुलना में भूजल स्तर में अपेक्षाकृत कम बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में सबसे कम सुधार दर्ज किया गया है। भूजल स्तर बढ़ोतरी के मामले में रोहतास में 24।6 से बढ़कर 23।3, मधुबनी में 15।9 से बढ़कर 14।5, पटना में 29।9 से बढ़कर 27।3 हो गया है।
Input : News 18