मोजाहिदपुर थाने के हसनगंज मोहल्ले में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में एक दलित महिला को उसका पति जुए में हार गया। जीतने वाले पांच लोगों ने महिला से उसके घर में दुष्कर्म किया। इसके कुछ दिन बाद पति ने 2 नवंबर को महिला को तेजाब से जला दिया। तेजाब पिलाने की भी कोशिश की। मायागंज अस्पताल में इलाज हुअा।
इस दौरान पति ने दबाव देकर महिला से पुलिस को यह बयान दिलवा दिया कि वह खुद एसिड से जली है। बयान में जुए में हारने अौर दुष्कर्म का उल्लेख नहीं करने दिया। पति ने धमकी दी थी कि अगर वह उसके अनुसार बयान नहीं देगी तो घर से निकाल देगा। भय से महिला ने वैसा ही बयान दिया, जैसा पति ने कहा था।
पीड़िता ने कहा कि उसकी शादी 10 साल पहले हुई थी। संतान नहीं होने के कारण पति अक्सर प्रताड़ित करता है। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में मुझे जुए में दांव पर लगा दिया। दांव हारने के बाद जीतने वाले पांच लोगों ने दुष्कर्म किया। मेरी अांखों पर पट्टी बांध दी थी, इस कारण दुष्कर्म करने वालों को पहचान नहीं पाई। कुछ दिन बाद पति ने तेजाब डाल कर जला दिया। अस्पताल में भर्ती हुई तो पुलिस को झूठा बयान दिलवा दिया।