कभी-कभी इंसान संवेद’नहीनता की ऐसी पराकाष्टा को पार कर लेता है कि समझ में ही नहीं आता कि कया कहे । ऐसा ही एक वाकया कल एन. एच. 31 पर हुआ । जहाँ बिहार पुलिस ने अपनी संवेदना खुद ही मा’र दी ।
बलिया थाना क्षेत्र के एनएच 31 पर शनिवार को भगतपुर पंचायत के परवलटोल से बेगूसराय जा रहे बाइक सवार युवक की सड़क हा’दसे में मौ/त हो गई। पहले तो उसे बेलगाम ट्रक ने घ’सीटा फिर रौंद’ते हुए निकल गया। श’व उठाने पहुंची पुलिस ने भी संवे’दनहीनता का परिचय देते हुए पहले तो वाहन पर श/व को रखवाया, उसके बाद श/व के ऊपर बाइक लाद दी और पहले सदर अस्पताल, फिर थाने ले आई। परवलटोल के निवासी मोहम्मद मुख्तार के 29 वर्षीय पुत्र मोहम्मद रकीब नागपुर में मजदूरी करता था। लाॅकडाउन में घर आया था।
पीएफ के कागजात को दुरुस्त कराने बाइक से बेगूसराय जा रहा था। इसी बीच घ’टना का शि’कार हो गया। हा’दसे के बाद ट्रक चालक वाहन समेत भाग निकला। इधर, घटना की सूचना के बाद मृ’त युवक के परिजनों और मोहल्ले में कोह’राम मच गया। मृ’तक की पत्नी अख्तरी खातून का रो-रोकर बुरा हाल था। परिजनों ने बताया कि मो. रकीब की दो बेटियां हैं। बड़ी पुत्री 5 वर्ष की है जबकि छोटी 2 वर्ष की है। दोनों बच्चियां पिता की मौ’त से बेखबर सिर्फ लोगों को एक टक से निहार रही थीं।
चौकीदार ने कहा – बाइक खड़ी कराई थी, वाहन के चलने से गिर गई होगी
श’व को वाहन में लदवाने वाले थाने के चौकीदार भागीरथ कुमार ने कहा कि श’व के बगल में बाइक खड़ी कर रखवाई थी। रास्ते में वाहन चलने के दौरान गिर गई होगी। लेकिन तस्वीर से साफ है कि बाइक खड़ी नहीं की गई थी, श’व पर लादी गई थी। अगर बाइक खड़ी की जाती और गिरती तो उसका हैंडल मृ’तक के सिर की तरफ होती।
वाहन चालक बोला – प्रशासन के कहने पर ही शव के ऊपर बाइक रखी थी
जिस वाहन पर श’व और बाइक लादी गई उसके चालक मिथिलेश ने कहा कि प्रशासन के कहने पर ही बाइक रखी। मुझे कहा गया था कि इसी के ऊपर बाइक रख दो।