बिहार में शराबबंदी (Bihar Liquor Ban) के बाद भी शराबियों की चांदी कट रही है. ताजा मामला आरा (Ara) का है जहां शिक्षा विभाग के सरकारी दफ्तर में शराब पार्टी (Wine Party) चल रही थी. शहर के टाउन थाना क्षेत्र के मौलाबाग स्थित डीईओ आफिस (DEO Office) में बुधवार की रात पुलिस ने छापेमारी की और शराब पीते शिक्षा विभाग के क्लर्क और ठेकेदार समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद ब्रेथ एनलाइजर से उनकी जांच की गई तो इस दौरान शराब पीने की पुष्टि हुई है. इस छापेमारी को लेकर काफी देर तक खलबली मची रही. जानकारी के अनुसार पकड़े गए आरोपियों में दो भोजपुर तथा एक पटना का निवासी हैं. भोजपुर एसपी सुशील कुमार ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है. बताया जा रहा कि भोजपुर एसपी के ऑफिस से सटे ही डीईओ आफिस है. कल रात करीब आठ बजे एसपी सुशील कुमार और सदर एसडीपीओ अजय कुमार को गुप्त सूचना मिली की डीईओ आफिस में शराब की पार्टी हो रही है.
इसकी सूचना मिलते ही टाउन थाना पुलिस को छापेमारी का आदेश दिया गया. सूचना मिलते ही टाउन थाना इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र कुमार ने सशस्त्र बल के साथ छापेमारी की. छापेमारी के दौरान शराबखोरी करते हुये धनगाई थाना क्षेत्र के चकई गांव निवासी लिपिक नंद किशोर सिंह, पटना जिले के पटेल नगर निवासी ब्लाक रिसोर्स पर्सन अभिषेक कुमार एवं बड़हरा थाना क्षेत्र के देवरथ गांव निवासी ठेकेदार सुरेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद थाने लाकर ब्रेथ एनलाइजर से जांच की गई. इससे पहले तीन साल पूर्व भी पुलिस ने डीईओ ऑफिस में छापेमारी कर शराबखोरी करते शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को पकड़ा था जिसे लेकर एफआइआर दर्ज हुआ था. पुलिस की कार्रवाई को लेकर रात तक खलबली मची रही.