भोजपुर में मंगलवार को एक अनोखी शादी करने का मामला सामने आया है. आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से जब दो बेटियों की शादी नहीं हो रही थी तो उनकी मां ने भिक्षा मांग कर कन्यादान किया. गांव की इन दो बेटियों की शादी के लिए किसी ने पैसे से मदद की तो किसी ने खाद्य सामग्री दे दिया. इस तरह दो बेटियों की खुशी-खुशी विदाई कर लोगों ने मिसाल पेश की है.
मामला भोजपुर जिले के कोइलवर क्षेत्र अंतर्गत कला पचरुखीया गांव का है जहां एक बहुत ही गरीब परिवार की लोगों ने मदद की. पचरुखीया गांव के निवासी रामदेव महतो मालगुजारी का काम करते हैं. बेटियों की शादी के लिए होने वाले भारी भरकम खर्च को पूरा करना उनके लिए बहुत मुश्किल था.
रामदेव महतो के छह बच्चे हैं जिसमें से पांच लड़कियां हैं. एक लड़का है वह भी मजदूरी ही करता है. रामदेव ने पहले ही अपनी बड़ी बेटी रिंकू की शादी करा चुका था. इसके बाद आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से वो बाकी बेटियों की शादी नहीं करा पा रहा था. उसने मालगुजारी पर दो बिगहा खेत लिया जिसमें एक बिगहा में गेहूं और सवा बिगहा में सरसों लगाया पर मालगुजारी लिए हुए खेत में भी उसे नुकसान हो गया.
बीते मंगलवार को राधिका और राजकुमारी की शादी हुई. इसके बाद भी अभी रामदेव को दो बेटियों ज्योति और अंजली की शादी करानी है. रामदेव की पत्नी संगमा महतो ने बताया कि उनकी दोनों बेटी की शादी पैसों की वजह से नहीं हो रही थी तो उनके बेटे ने बहनों की शादी के लिए अपनी किडनी बेचने के लिए तैयार हो गया था. उन्होंने यह बात आरा में आरण्य देवी में स्थित एक पंडित से कहा जिसके बाद वहां के भक्तों की मदद से यह शादी हो पा रही है.