सर्राफा और ऑटोमोबाइल में जबरदस्त बिक्री से पटना में धनतेरस पर कारोबार का आंकड़ा 700 करोड़ रुपए के पार पहुंच गया। ग्राहकों में काफी उत्साह दिखा। एक दिन में शहर के लोगों ने एटीएम से लगभग 52 करोड़ रुपए निकाले। यह निकासी दूसरे दिनों की तुलना में 30 फीसदी अधिक है। आमतौर पर पटना में 40 करोड़ की निकासी होती है। पूरे राज्य में इस दौरान करीब 260 करोड़ की निकासी की गई। बैंकों ने भी त्योहारी सीजन को देखते हुए एटीएम को फुल कर रखा था। एसबीआई के महाप्रबंधक रैंक के अधिकारी ने बताया कि नोट भरने वाली एजेंसी को विशेष हिदायत दी गई है।
छोटे-छोटे व्यापारियों ने देर रात तक दुकानें खुली रखीं। राजाबाजार, बोरिंग रोड, कदमकुआं, डाकबंगला, एग्जीबिशन रोड, बेली रोड, कदमकुआं में कई दुकानें आधी रात तक खुली रहीं। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के अध्यक्ष कमल नोपानी ने सर्राफा, अॉटोमोबाइल, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक सामान की 700 करोड़ तक अनुमानित बिक्री की बात कही है। वहीं बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष रामलाल खेतान का कहना है कि सटीक आंकड़ा बताना तो मुश्किल है, लेकिन जलजमाव के बाद भी बाजार उम्मीद से अच्छा रहा है।
सोना-हीरा और बाइक में सबसे अधिक पैसा हुआ खर्च
ग्राहकों ने ज्वेलरी, चांदी व सोना के सिक्के, ऑटोमोबाइल, प्रोपर्टी, गारमेंट्स, इलेक्ट्राॅनिक्स, बर्तन पर लोगों ने सबसे ज्यादा पैसे खर्च किए। चारपहिया व दोपहिया वाहन में करीब 330 करोड़ का कारोबार हुआ। ज्वेलरी का कारोबार 190 करोड़ रुपए काे पार कर गया। वहीं कपड़ा व रेडीमेड वस्त्रों का कारोबार करीब 38 करोड़ का हुआ। इसके अलावा होम अप्लायंसेज, रियल इस्टेट, बर्तन, मूर्ति और सजावटी समान मिलाकर करीब 187 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ है। व्यापारी और कारोबारी संगठनों के अनुसार भी करीब 700 करोड़ के कारोबार का अनुमान है। व्यापारी और कारोबारी संगठनों के मानें तो शहर के आस-पास इलाके जैसे- फुलवारीशरीफ, दानापुर, पटना सिटी सहित अन्य इलाकों में पिछले साल से ज्यादा कारोबार हुआ है। पाटलिपुत्र सर्राफा संघ के सचिव भरत के अनुसार पिछले साल की अपेक्षा इस बार गोल्ड और सिल्वर की कीमत ज्यादा है। शहर के प्रमुख बाजाराें में धनतेरस के दिन देर रात तक खरीदारी हाेती रही। खूब चहल-पहल रही। धनतेरस के साथ-साथ दिवाली की भी खरीदारी लाेगाें ने की। मीनाबाजार, पश्चिम दरवाजा, गायघाट, त्रिपोलिया, चौक, खाजेकलां, गुलजारबाग समेत विभिन्न इलाकों में सड़काें पर भीड़ रही।
10 करोड़ के बर्तनों की बिक्री
10 करोड़ रुपए के बर्तनों की खरीदारी हुई। कंकड़बाग, राजा बाजार, बोरिंग रोड, न्यू मार्केट, चिरैयाटांड़, सब्जीबाग आदि इलाके में दुकानों में बर्तनों की बिक्री हुई। बर्तन सेट 10 हजार से लेकर एक लाख रुपए के थे, जिसमें थाली, पतीला, किचेन सेट, ट्रॉली, कैशरोल, कुकर, कॉपर की बोतल व जग और दूसरे बर्तन थे।
धनतेरस पर करीब 110 करोड़ के इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की बिक्री हुई। इसमें सबसे अधिक मोबाइल फोन और टीवी की बिक्री हुई। पटना में 75 इंच की टीवी 11 लाख रुपए तो डेढ़ लाख रुपए से अधिक में मोबाइल गैजेट्स बिका। एलईडी, स्मार्ट टीवी, वाशिंग मशीन, फ्रिज, एसी की भी खूब बिक्री हुई। 2.8 लाख की प्राइस टैग में 84 इंच की टीसीएल भी लोगों के आकर्षण का केंद्र रही। माइक्रो मैक्स की एंड्रायड टीवी खूब बिकी।
पिछले साल से 20 फीसदी अधिक बिके गहने | शहरवासियों ने इस धनतेरस पर डायमंड, सोना-चांदी की जबर्दस्त खरीदारी की। ज्वेलरी का कारोबार करीब 190 करोड़ रुपए से अधिक रहा। बोरिंग रोड, कंकड़बाग, कदमकुआ, डाक बंगला, अनीसाबाद, चौराहा सहित अन्य इलाकों में लोगों ने जबर्दस्त ज्वेलरी की खरीदारी की।
बजाज पल्सर 125 की पूरे पटना जोन में 1000 से अधिक डिलीवरी हुई। बजाज वर्ल्ड फेवरेट इंडियन ऑफर ग्राहकों को मिला है। हर बाइक पर 3200 से 7200 रुपए की बचत दी जा रही है। देर रात तक पटना जोन में 4000 से अधिक गाड़ियों की डिलीवरी की गई। प्लेटिना, सीटी व पल्सर रेंज अधिक बिके। ऑफर को 31 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया है।
ईकाे फ्रेंडली प्रतिमाओं की भी बाजार में रही खूब डिमांड
पटना में लोगों ने डेढ़ करोड़ रुपए की मिट्टी के लक्ष्मी-गणेश, सजावटी सामग्री और दूसरी मूर्तियों की खरीदारी की। बाजार में ईकाे फ्रेंडली प्रतिमाएं भी थीं। गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियों में लोगों की पहली पसंद शांत स्वभाव पद्मासन मुद्रा की मूर्तियां थीं। पांच इंच से लेकर 16 इंच तक की मूर्तियां बाजार में हैं। ईको फ्रेंडली मूर्तियों के अलावा हाथ की कारीगरी से सजी मूर्तियां भी पसंद की गईं। लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा एवं खिलौने भी बेचे जा रहे हैं।