बिहार पुलिस की घूसखोरी का वीडियो या तस्वीर सामने आना, ये कोई नई बात नहीं है। बिहार पुलिस की नजराना वसूलने की करतूत लोग कई बार देख चुके हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला बिहार के दरभंगा जिले से सामने आया है, जिसमें एक दारोगा रिश्वत लेते हुए दिखाई दे रहा है। दारोगा किसी मामूली केस में नहीं बल्कि शराब के मामले में पॉकेट गर्म कर रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है। पंचायत चुनाव में व्यस्त रहने के कारण एसएसपी का कोई बयान नहीं आया है।

मामला दरभंगा जिले के घनश्यामपुर थाने का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में दारोगा रामप्रवेश राम रिश्वत लेते हुए दिख रहा है। दारोगा ये भी कहते हुए सुनाई दे रहा है कि पैसा पहुंचा दो। फिर आराम से घूमो। तब गिरफ्तार नहीं करेंगे। मैंने तो ऐसे भी कई बार आरोपी को घूमते देखा लेकिन मैंने हथकड़ी नहीं लगाई।
आपको बता दें घनश्यामपुर थाना के नवटोल गांव में शराब और मारपीट मामले में चार्जसीट समर्पित करने और आदेश लेकर केस से नाम हटा देने की बात कर रहे हैं। आरोपित को गिरफ्तार भी नहीं करेंगे लेकिन इसके लिए उन्हें दस हजार रुपए चाहिए। कुछ रुपए देने के बाद शेष राशि व्यवस्था कर देने की बात भी कही जा रही है। रिश्वत देने वाले शख्स ने कहा कि सर आरोपित दिन में तो गांव में घूमता है लेकिन रात में घर में सोता नहीं है। रात में वह नानी के घर चला जाता है। अगर आप आश्वासन देंगे तो वह अपने घर पर आराम से रह सकता है और सो सकता है।

इसपर दारोगा कहते हैं पहले रुपया पहुंचा दीजिये। इसपर सामने वाला शख्स कहता है सर वह मिल जाएगा। इतना सुनते ही दरोगा जी कहते हैं। उसे घूमते हुए कई दिन देखे हैं। कह दिया ना सोनू और राधे मंडल का नाम केस से हटा देंगे। इसके लिए आदेश दे लेंगे। अन्य दो को गिरफ्तार नहीं करेंगे। बहरहाल इस वायरल वीडियो ने दरभंगा पुलिस की साख को बदनाम कर दिया है। आपको बता दें 5 दिन पूर्व ही दरभंगा के हायाघाट थाना अध्यक्ष को रिश्वत मांगने के आरोप में दरभंगा के एसएसपी बाबूराम ने निलंबित किया था। उसके बाद भी रिश्वत लेने वाले पुलिस पदाधिकारियों में सुधार नहीं हो रहा है।