कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने पूरे देश को लॉक डाउन कर दिया है। बिहार सरकार की ओर से लगातार कई बड़े कदम उठाये जा रहे हैं। लॉक डाउन की एक दूसरी तस्वीर भी कई जिलों से सामने आ रही है। जिसमे पुलसीवाले वैसे लोगों की भी पिटाई करते दिख रहे हैं, जो जरूरी काम से सड़क पर जा रहे हैं। सड़क पर कई पुलसीवाले बिना वर्दी के घूम रहे हैं। सिजविल ड्रेस में घूम रहे इस पुलिसवालों के हाथों में डंडा और जुबान पर भद्दी-भद्दी गलियां रह रही है। यह समय है, देश को इस संकट की घड़ी में बचाने की। प्रधानमंत्री लगातार कोरोना को देखते हुए आम लोगों से बातचीत कर रहे हैं। स्थिति को सुधारने की कोशिश में पुलिस महकमा भी जुटा हुआ है। लेकिन कुछ पुलिसवालों की गलती के कारण पुलिस मुख्यालय ने एक लेटर जारी कर यह निर्देश दिया है कि लॉक डाउन के हालत में किन-किन लोगों को अपने ड्यूटी पर आने-जाने की इजाजत है।
पटना पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी लेटर के मुताबिक रेलवे पदाधिकारियों और कर्मियों के आलावा ATM में कैश भरने वाले कर्मियों को भी बाहर निकलने की अनुमति है। बता दें कि रेलवे की ओर से मालगाड़ी का परिचालन जारी रखा गया है। इसके साथ ही रेलवे नेटवर्क को चालू हालत में रखना भी आवश्यक है। लॉ एंड आर्डर के एडीजी अमित कुमार की ओर से यह पत्र सभी एसपी और एसएसपी को जारी किया गया है।
पटना में पुलिसवालों ने कांटी फैक्ट्री एरिया में एक शख्स खदेड़-खदेड़ कर पीटा। शख्स का आरोप है कि पुलिसवालों ने उसका मोबाइल भी तोड़ दिया। इतना ही नहीं 65 साल की एक बुजुर्ग महिला के साथ भी ज्यादती की गई। अपने सिर पर बोरे में कुछ सामान लेकर जा रही उस महिला को पुलसीवालों ने डंडे से मारा। बता दें कि भारत में लॉक डाउन की हालात में भी हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, फायर स्टेशन, पुलिस, एटीएम, मीडिया, रेलवे कर्मचारी और अफसर को काम करने की अनुमति मिली है।
पटना में आलू लेकर जा रहे एक कारोबारी से पुलिसवालों ने 5 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। पुलिस के तीन कॉन्स्टेबल के खिलाफ दानापुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। तीनों पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि वे आलू कारोबारी से रिश्वत ले रहे थे। स्थानीय लोगों ने उन्हें घेर लिया तो पुलिसकर्मियों ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में सोनी नाम के एक लड़के को गोली लग गई, जिसे इलाज के ;िये भर्ती कराया गया है। एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि तीनों पुलिसकर्मियों की ड्यूटी दानापुर कोर्ट में लगी थी। इसके बावजूद कोरोना को लेकर लॉकडाउन के दौरान घरों से निकले लोगों पर तीनों पुलिसकर्मी कार्रवाई कर रहे थे।