पढ़ाई लिखाई को लेकर डॉ मोहन मिश्रा ने किया प्रयोग समय के अनुसार पढ़ाई में नहीं होगी कोई बाधा और भीड़-भाड़ किए बगैर पढ़ाई की व्यवस्था क्या गया है कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं बिहार सरकार के आदेश से 31 मार्च 2020 तक महाविद्यालय में वर्ग संचालन स्थगित कर दिया गया है।
स्नातक द्वितीय एवं प्रथम खंड के छात्रों की परीक्षाए निकट भविष्य मे संभावित है। ऐसी परिस्थिति में एमएलएसएम कॉलेज ,दरभंगा के रसायन विज्ञान विभाग ने छात्र हित मे सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (Information and communication Technology) का उपयोग कर आनलाइन वर्ग के द्वारा छात्रों को पढाने का निर्णय लिया। मंगलवार को विभागाध्यक्ष रसायन विज्ञान विभाग ,प्रो डॉ प्रेम मोहन मिश्र के द्वारा 11 बजे से फेसबुक पेज पर एक वर्ग प्रयोग के रूप में प्रारंभ किया गया। इस वर्ग को 731 लोगों ने देखा 18 लोगों ने साझा किया 43 लोगों ने टिप्पणी की तथा 343 लोगों ने पसंद किया। दो छात्रो ने प्रश्न पूछे जिसका उत्तर फेसबुक पेज पर लिख दिया गया। प्रयोग सफल एवं छात्र छात्राओं के लिए लाभदायक होने पर इसे एक समय सारिणी बनाकर नियमित किया जाएगा।
प्रधानाचार्य प्रो विद्यानाथ झा ने प्रो मिश्र के इस प्रयास की सराहना की है। तथा विशेष रुचि लेकर इसके निरंतरता के लिए हर तरह के सहयोग का आश्वासन भी दिया है। प्रो मिश्र ने कहा विज्ञान के उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करना समय की मांग है। अभी तो यह क्षतिपूर्ति के लिए प्रारंभ किया गया है। इसे आगे भी नियमित रखा जा सकता है। प्रेम मोहन मिश्र विभागाध्यक्ष रसायन शास्त्र विभाग एम एल एस एम कॉलेज दरभंगा में कार्यरत है ।
आपको बता दें कि ये वहीं प्रेम मोहन मिश्रा है जिन्होने मैथिली भाषा में रसायनशास्त्र की किताब लिखकर पूरे मिथिला को गौरवान्वित किया था ।