बिहार के मुख्यमंत्री ने 15 अगस्त के अवसर पर गाँधी मैदान में तिरंगा फहराया । इसके साथ ही उन्होंने बिहार वासियों को संबोधित भी किया । इस संबोधन में उन्होंने न केवल अपने कार्यकाल के उपलब्धियों को गिनवाया बल्कि 9 बड़ी घोषणाएं की । यह घोषणा बिहार के लोगों के लिये अहम साबित होगी ।
आइये जानते हैं सीएम नीतीश ने क्या-क्या घोषणाएं की
1- बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के अधीन 3 महाविद्यालयों की स्थापना की जाएगी। इनमें सबौर में कृषि जैव प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, भोजपुर में नए कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय और पटना में कृषि व्यवसाय प्रबंधन महाविद्यालय।
2- राज्य के किसानों को कृषि उत्पादों के लिए बाजार की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सभी कृषि बाजार समितियों का विकास चरणबद्ध तरीके से कराया जाएगा। यहां पर अनाज फल सब्जी एवं मछली की अलग-अलग बाजार व्यवस्था, स्टोरेज की सुविधा के कार्य किए जाएंगे। इस पर 2700 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
3- बिहार में इको टूरिज्म के विकास के सभी कार्य अब पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के द्वारा कराए जाएंगे। इसके लिए विभाग में ईको टूरिज्म विंग की स्थापना की जाएगी। इसके अंतर्गत पहाड़ी वन एवं वन्य प्राणी क्षेत्रों में पर्यटकों के लिए उच्चस्तरीय सुविधा का निर्माण एवं रखरखाव किया जाएगा। इसके लिए इको टूरिज्म पॉलिसी का निर्धारण शीघ्र किया जाएगा।
4- सभी गांव को अगले 4 सालों में दुग्ध सहकारी समितियां से आच्छादित किया जाएगा। जितनी भी नई समितियां बनेंगी उनमें 40% समिति महिला दुग्ध समिति समितियां होंगी।
5- सुधा डेयरी के उत्पादों के लिए विक्रय केंद्र कुछ शहरों तक ही सीमित है। अब शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसका विस्तारीकरण किया जाएगा। अगले 4 साल में सभी नगर निकाय एवं प्रखंड स्तर तक सुधा डेयरी के उत्पादों के लिए बिक्री केंद्र खोले जाएंगे।
6- पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए पारिवारिक आय की सीमा भारत सरकार द्वारा 2.5 लाख रुपए निर्धारित की गई है। बिहार सरकार द्वारा अनुसूचित जाति जनजाति एवं पिछड़ा अति पिछड़ा वर्ग के छात्र छात्राओं के लिए पारिवारिक आय सीमा को ढाई लाख से बढ़ाकर ₹3,00,000 किया जाएगा। बढ़ी हुई पारिवारिक आय सीमा के कारण होने वाले अतिरिक्त खर्च को राज्य सरकार वहन करेगी।