कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देश भर में 17 मई तक राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से मीटिंग कर रहे हैं. कई घंटे से यह अहम बैठक जारी है. इस समीक्षा बैठक में मोदी मुख्यमंत्रियों से राज्य के हालात के बारे में फीडबैक ले रहे हैं. सूत्रों की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक सीएम नीतीश ने 31 मई तक लॉकडाउन को बढ़ाने की अपील की है.
बिहार में 31 मई तक बढ़ सकता है लॉकडाउन
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी से 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने की अपील की है. नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में अप्रवासी बिहारियों के आने पर अगर सही तरीके से नहीं जांच की गई तो बिहार की स्थिति सबसे खराब हो सकती है. सीएम की अपील के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार में 31 मई तक लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया जा सकता है. इस बैठक में सीएम ने आगे कहा कि केंद्र जो भी निर्णय लेगी बिहार सरकार उसके साथ है, लेकिन मेरी सलाह है कि लॉकडाउन का विस्तार मई के अंत तक किया जाये.
सीएम नीतीश के सकते हैं बड़ा फैसला
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लॉकडाउन को लेकर एक बड़ा फैसला ले सकते हैं. देश में लॉकडाउन की घोषणा से पहले ही सीएम ने बिहार के जिला हेडक्वार्टर्स और ब्लॉक में लॉकडाउन की घोषणा की थी. मुख्यमंत्री ने पीएम की मीटिंग में यह कहा है कि बिहार में बाहर से आ रहे बिहारियों की वजह से कोरोना फैल रहा है. ऐसे में अगर सतर्कता नहीं बरती गई और सही तरीके से जांच नहीं की गई तो बिहार की स्तिथि बदतर हो सकती है.
बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की कमी
प्रधानमंत्री के साथ बैठक में सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार में वेंटिलेटर की कमी है, वहीं टेस्टिंग कैपेसिटी भी उतनी नहीं है. बता दें कि अन्य बड़े राज्यों की तुलना में बिहार में कोरोना टेस्ट काम हो रहे हैं. जबकि दूसरे राज्यों में टेस्टिंग की सुविधा ज्यादा है. जितनी बड़ी संख्या में रोजाना प्रवासी आ रहे हैं, इसको देखते हुए यह जरूरत है कि बिहार के हर जिले में कोरोना जांच की व्यवस्था हो. यह मांग केंद्र से की जा रही है. मौजूदा समय में हमे रोजाना 10 हजार टेस्ट करने की जरूरत है, जिसमें हमें केंद्र का सहयोग चाहिए.
श्रमिक स्पेशल ट्रेन की संख्या बढ़ाई जाए
प्रधानमंत्री के साथ बैठक में सीएम नीतीश के साथ-साथ अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन को बढ़ाने की अपील की है. वहीं सीएम नीतीश ने कहा कि इस महीने के अंत तक बिहार से एक भी पैसेंजर ट्रेन का परिचालन शुरू नहीं होगा. केवल मजदूरों का लाने वाले स्पेशल ट्रेन के परिचालन की इजाजत है. वहीं उन्होंने केंद्र सरकार से यह अपील की कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन की संख्या बढ़ाई जाए जिससे जल्द से जल्द मजदूर वापस आ सकें. बहरहाल अब देखना होगा कि क्या सीएम नीतीश कोई बड़ा फैसला लेते हैं. या इस बार भी एक बार फिर से केंद्र की ओर से कोई बड़ा फैसला लिया जाता है.
इनपुट – फर्स्ट बिहार