राजनीति का यह कोई प्रोटोकॉल नहीं है, लेकिन लोग अक्सर नेताओं के प्रति सम्मान या अपनी निष्ठा प्रकट करने के लिए उनके पैर छूते नजर आते हैं। यह बिल्कुल आम बात है। लेकिन यदि कोई बुजुर्ग अधिकारी बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का पैर छुए, वो भी अपने से कम उम्र के मंत्री का तो इस पर हर किसी का ध्यान जाना स्वाभाविक है। ऐसा ही एक दृश्य गोपालगंज में तब देखने को मिला जब स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय शुक्रवार को सर्किट हाउस में पार्टी के कार्यक्रम के लिए पहुंचे।
गोपालगंज: राजनीति का यह कोई प्रोटोकॉल नहीं है, लेकिन लोग अक्सर नेताओं के प्रति सम्मान या अपनी निष्ठा प्रकट करने के लिए उनके पैर छूते नजर आते हैं। यह बिल्कुल आम बात है। लेकिन यदि कोई बुजुर्ग अधिकारी बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का पैर छुए, वो भी अपने से कम उम्र के मंत्री का तो इस पर हर किसी का ध्यान जाना स्वाभाविक है। ऐसा ही एक दृश्य गोपालगंज में तब देखने को मिला जब स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय शुक्रवार को सर्किट हाउस में पार्टी के कार्यक्रम के लिए पहुंचे।
गुलदस्ता लेकर पहले से खड़े थे
बीजेपी के मंत्री पहुंचे तो थे पार्टी कार्यक्रम के लिए, लेकिन वहां जो कुछ हुआ उसने खुद उन्हें और वहां मौजूद अन्य लोगों को हतप्रभ कर दिया। हुआ ये कि मंत्री मंगल पांडेय सर्किट हाउस में पहुंचे। सर्किट हाउस के गेट पर सिविल सर्जन डॉ। योगेंद्र महतो मंत्री के स्वागत में गुलदस्ता लेकर पहले से खड़े थे। जैसे ही मंत्री की गाड़ी पहुंची, सिविल सर्जन आगे बढ़े और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के पैर छूने के लिए पूरी तरह से झुक गए।
तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल
इधर, अपने से अधिक उम्र के सिविल सर्जन को यूं उनके पैरों पर झुकता देख मंत्री का कोई रिएक्शन नहीं आया। मंत्री और सिविल सर्जन के बीच चंद सेकेंड के इस वार्तालाप पर उस वक्त सभी का ध्यान गया, लेकिन बात वहीं आई-गई हो गई। मंत्री ने अपने पार्टी के नेताओं से मुलाकात की और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती समारोह में जाने की तैयारी में लग गये। उधर, थोड़ी देर बाद ही मंत्री के पैर छूने के लिए झुके सिविल सर्जन की तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल होने लगी। तस्वीर वायरल होने के बाद हंगामा खड़ा हो गया। लोग स्वास्थ्य मंत्री को अपने से उम्र में बड़े अधिकारी से पैर छुआने के लिए ट्रोल करने लगे। संस्कारों की बात होने लगी। हालांकि, इस पूरे प्रकरण पर ना स्वास्थ्य मंत्री का रिएक्शन आया है ना सिविल सर्जन का।