बिहार में नयी सरकार के गठन के बाद अब बारी है राज्यसभा उपचुनाव की. दरअसल राम विलास पासवान के निधन के बाद से यह सीट बिल्कुल खाली है. उम्मीद जताई जा रही थी कि राम विलास की जगह उनके बेटे चिराग पासवान को राज्यसभा भेजा जाएगा. लेकिन ऐसा कुछ हुआ ही नहीं.
दरअसल, लोजपा की ओर से इस सीट पर दिवंगत पार्टी नेता रामविलास पासवान की पत्नी रीना पासवान के उतारने के संकेत दिए थे. कहा जा रहा था कि लोजपा को महागठबंधन अपना समर्थन दे सकता है. लेकिन चिराग पासवान ने आरजेडी के इरादे को भांपते हुए मां के राज्यसभा नहीं जाने की बात कर दी है. वहीं, बीजेपी ने बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी को राज्यसभा भेजने का मन बना लिया है.
हालांकि, राज्यसभा उपचुनाव भी आसान नहीं होगा. क्योंकि इस सीट के लिए राजद ने भी अपना उम्मीदवार तय कर लिया है. सूत्रों के हवाले से यह खबर निकलकर सामने आ रही है कि महागठबंधन की तरफ से आरजेडी नेता श्याम रजक को उम्मीदवार बनाया जा सकता है.
इधर, सभी चर्चाओं को विराम देते हुए चिराग पासवान ने सोमवार को ही मां रीना पासवान को लेकर यह साफ़ कर दिया था कि उनकी मां राज्यसभा नहीं जाएंगी. राज्यसभा के लिए रीना पासवान को प्रत्याशी बनाए जाने का महागठबंधन के प्रस्ताव को चिराग पासवान ने ठुकरा दिया है. महागठबंधन की चाल को भांपते हुए चिराग पासवान ने प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया.