राजधानी पटना के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी (क्लोज सर्किट टेलीविजन) कैमरे की निगाहबानी होगी। छेड़खानी, लूट, सड़क दुर्घटना और अन्य आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने और अपराधियों की पहचान के मद्देनजर पटना पुलिस राजधानी में एक हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाने जा रही है।
इतना ही नहीं ट्रैफिक नियम तोड़ने पर चालान घर पहुंच जाएगा। इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के कंट्रोल रूम से इसकी निगरानी होगी। ये कैमरे गलियां, स्कूल-कॉलेज, अस्पताल और चौक-चौराहों पर लगाये जाएंगे। इसके साथ ही पटना देश में सबसे अधिक सीसीटीवी कैमरा वाला शहर बन जाएगा। अभी सबसे अधिक लगभग छह सौ सीसीटीवी कैमरे दिल्ली में लगे हैं। राजधानी में अभी तीन प्रकार के कैमरे लगे हैं। इसमें पीटीजेड (पेन टिल्ट जूम कैमरा) एनपीआर और सर्विलांस कैमरे, गलियां, स्कूल-कॉलेज, अस्पताल और चौक-चौराहों पर लगाये जाएंगे।
जाम लगने पर तुरंत पहुंचेगी पुलिस
इसके अलावा शहर के चौक-चौराहों पर टाइमर वाली ट्रैफिक लाइट लगाई जाएगी। चौक-चौराहों पर 79 लाइट लगाई जानी है। इससे शहर में यातायात कंट्रोल होगा। जाम लगने पर कंट्रोल रूम में बैठा व्यक्ति तुरंत इसकी सूचना आसपास तैनात पुलिस को देगा। इसके अलावा ट्रैफिक नियम को तोड़ने पर चालान घर पहुंच जाएगा।