हाजीपुर में नामांकन के दौरान समर्थकों की भारी भीड़ जमा हो गई. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा. आज कई दलों के नेता नामांकन करने करीब एक साथ ही कलेक्ट्रेट पहुंचे. उनके साथ हजारों की संख्या में समर्थक पहुंच गए. जबकि, आचार संहिता और कोविड-19 के गाइंडलाइंस के मुताबिक ऐसा करना अपराध है. कलेक्ट्रेट के सामने जब बहुत ज्यादा भीड़ जमा हो गई और कोई वहां से हटने को तैयार नहीं हुआ तो पुलिस ने लाठी चार्ज की. प्रत्याशियों के साथ आए समर्थकों को पुलिसवालों ने खदेड़ा. वैशाली जिले के मुख्यालय हाजीपुर में नामांकन के लिए तगड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच दूसरे चरण का नामांकन हो रहा है. कल नामांकन का आखिरी दिन है इसलिए कई निर्दलीय प्रत्याशी आज नामांकन करने पहुंचे थे.
भाजपा से बागी प्रत्याशी अजीत सिंह सैकड़ों समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट नामांकन करने पहुंचे. उधर राघोपुर से लोजपा प्रत्याशी राकेश रौशन भी पर्चा दाखिल करने आ गए. कई अन्य निर्दलीय नेताओं ने भी समर्थको के साथ कलेक्ट्रेट के सामने जलसे जैसा माहौल बना दिया. मौके पर मौजूद SDM ने प्रत्याशियों को कहा कि अपने समर्थकों को वापस जाने को कहें. साथ ही आचार संहिता और कोविड-19 गाइंडलाइंस का पालन करें. लेकिन समर्थक किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थे. एक प्रत्याशी को तो मौके पर SDM ने जमकर लताड़ा. लेकिन समर्थक भीड़ की शक्ल में जमे रहे. आखिर में पुलिस ने लाठियां निकालीं और समर्थकों की भीड़ को खदेड़ना शुरू कर दिया.