भाजपा ने मंगलवार को देर शाम पहले चरण के लिए 27 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। पार्टी ने टिकट वितरण में सामाजिक और जातीय समीकरण को साधने की पूरी कोशिश की है। पार्टी ने 27 में से सर्वाधिक 16 सीटों पर राजपूत, भूमिहार, ब्राह्मण चेहरे चुनाव मैदान में उतारे हैं। इसके अलावा ओबीसी, दलित और अति पिछड़ों को भी साधने की कोशिश की गई है। भाजपा प्रत्याशियों की सूची पर नजर डालें तो सर्वाधिक सात टिकट राजपूत प्रत्याशियों को दिए गए हैं। छह भूमिहार और तीन ब्राह्मणों को टिकट देकर पार्टी ने अपने बेस वोट को खासा महत्व दिया है। इसके अलावा तीन यादव प्रत्याशियों को भी टिकट देकर भाजपा ने राजद के परंपरागत वोट बैंक में सेंध लगाने का भी प्रयास किया है। इसके अलावा तीन अनुसूचित जाति के प्रत्याशियों को टिकट मिला है। एक आदिवासी, एक वैश्य, एक बिंद, एक दांगी और एक चंद्रवंशी को भी भाजपा ने टिकट दिया है। इस तरह पार्टी ने अगड़ों के साथ पिछड़ों, दलितों और अति पिछड़ों को भी हिस्सेदारी दी है।
भाजपा की सूची में एक और खास बात यह है कि पार्टी ने 27 में से पांच महिला उम्मीदवार उतारे हैं। इनमें अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाद श्रेयसी सिंह भी शामिल हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी श्रेयसी हाल ही में भाजपा में शामिल हुई हैं। उन्हें जमुई से उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा भभुआ से भाजपा प्रत्याशी बनाई गई रिंकी रानी पांडेय उपचुनाव में पार्टी की उम्मीदवार बनी थीं। पहले उनके पति वहां से विधायक थे। 27 उम्मीदवारों में भाजपा ने तीन नए लोगों को मौका दिया है। इसमें श्रेयसी सिंह के अलावा तरारी से कौशल कुमार सिंह हैं जो रणवीर सेना के मुखिया रह चुके ब्रह्मेश्वर सिंह के गांव के रहने वाले हैं। हालांकि पार्टी में लंबे समय से काम कर रहे हैं। वहीं विक्रम से अतुल कुमार को मौका दिया गया है जो युवा मोर्चा के पदाधिकारी रह चुके हैं। पूर्व सांसद हरि मांझी भी चुनावी मैदान में आ गए हैं। पार्टी ने उन्हें बोधगया सुरक्षित से उम्मीदवार बनाया है। बाकी चेहरे पार्टी के जाने पहचाने हैं जो या तो 2015 में चुनाव लड़ चुके हैं या इसके पहले भी चुनाव लड़ते रहे हैं।