नीति आयोग की रिपोर्ट में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बिहार नीचे से पहले पायदान पर है। आयोग की रिपोर्ट सामने आने के बाद सीएम नीतीश बिफर गये हैं। उन्होंने नीति आयोग की रिपोर्ट पर सवाल खड़े किये और कहा कि नीति आयोग का पैमाना सही नहीं है। विकसित और विकासशील राज्यों को एक पैमाने पर नहीं तौला जा सकता। सीएम नीतीश के इस बयान के बाद बीजेपी ने मुख्यमंत्री को आईना दिखाया है।
नीति आयोग पर सवाल उठाने की बजाए जनसंख्या वृद्धि पर करें कंट्रोल
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि नीति आयोग पर सवाल उठाना सही नहीं है।आयोग पूरे देश को एक मानते हुए रिपोर्ट बनाती है. किसी राज्य के लिए अलग से रिपोर्ट नहीं बनाया जाता है. राजद और कांग्रेस के कुशासन के लिए नीति आयोग को दोष देना ठीक बात नहीं . बीजेपी अध्यक्ष ने नीतीश सरकार को आईना दिखाते हुए कहा कि आजादी के समय बिहार नौवें स्थान पर था। नीति आयोग सभी राज्य़ों को एक बराबर देख कर रिपोर्ट करता है। दक्षिण के राज्य जनसंख्या स्थिरीकरण कर चुके हैं। बिहार को भी जनसंख्या पर नियंत्रण करना होगा। चार साल पहले बिहार और उत्तर प्रदेश में जनसंख्या वृद्धि दर करीब-करीब बराबर था। यूपी में पहले जनसंख्या वृद्धि दर 3.6 पर थी जो आज घटकर 2.5 हो गया है । जबकि बिहार में 3.5 से घटकर सिर्फ 3.2 पर पहुंचा है। बिहार में भी जब तक बंगलादेश की तरह जनसंख्या नियंत्रण पर काम नहीं होगा तब तक जनसंख्या पर नियंत्रण नहीं होगा। सभी धर्मगुरूओं को इसमें आगे आना होगा। जनसंख्या नियंत्रण पर सीरियस विचार करना होगा।
जितना संसाधन बढ़ रहा उससे अधिक जनसंख्या-जायसवाल
संजय जायसवाल ने कहा कि 15 सालों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम हुआ है। लेकिन जितना इंफ्रास्ट्रक्टर बढ़ाया जा रहा उससे अधिक जनसंख्या की वृद्धि हो रही। ऐसे में जब तक आबादी को कंट्रोल नहीं करेंगे तब तक यूं ही पिछड़ते रहेंगे। सिर्फ नीति आयोग को दोष देने से कुछ नहीं होगा बल्कि जनसंख्या नियंत्रण पर काम करना होगा।