लोक जनशक्ति पार्टी में हुई टूट का ठीकरा बीजेपी ने चिराग पासवान के माथे ही छोड़ दिया है. एलजेपी सांसदों की तरफ से पशुपति पारस को अपना नेता चुने जाने के बाद बीजेपी की तरफ से पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. बिहार बीजेपी के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि चिराग पासवान ने विधानसभा चुनाव के दौरान जो फैसले किए, यह सब उसी का नतीजा है.
बीजेपी का कहना है कि चिराग पासवान ने विधानसभा चुनाव के दौरान एनडीए को नुकसान पहुंचाया. एनडीए से अलग जाकर चुनाव लड़ा और उसके बावजूद जीत हासिल नहीं कर पाए. नतीजा यह हुआ कि चिराग पासवान की पार्टी के सांसदों के बीच नाराजगी बढ़ती गई. एलजेपी के सांसद लगातार सही वक्त का इंतजार कर रहे थे और अब जब उन्होंने यह फैसला कर लिया है कि पशुपति पारस उनके नेता होंगे तो चिराग पासवान अलग-थलग पड़ गए हैं.
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा है कि एलजेपी के अंदर जो कुछ हुआ है उसके लिए सबसे अधिक जिम्मेदार खुद चिराग पासवान हैं. एलजेपी में टूट को लेकर अब तक बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने चुप्पी साध रखी है. लेकिन प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल का यह बयान सबसे पहले सामने आया है. सियासी जानकारी यह मानते हैं कि बगैर बीजेपी के हरी झंडी के एलजेपी में इतनी बड़ी टूट नहीं हो सकती.