भाजपा नेतृत्व ने लोजपा के राजग गठबंधन से बाहर होने के बाद बिहार के प्रमुख पार्टी नेताओं के साथ सोमवार को उम्मीदवार से लेकर चुनाव प्रबंधन तक के मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा पूरी तरह से लोजपा से दूरी बनाए रखेगी और खुलकर राजग को जिताने की अपील करेगी। जदयू के साथ संबंधों में कोई खटास न आए, इसके लिए राजग को कमजोर करने वाले दलों पर भी निशाना साधा जाएगा। हालांकि, भाजपा को आशंका है कि इस स्थिति में गठबंधन को लेकर भितरघात बढ़ सकता है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को प्रदेश के कोर ग्रुप के नेताओं के साथ लंबी चर्चा की। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह, संगठन प्रभारी भूपेंद्र यादव और चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे। सूत्रों के अनुसार लोजपा के अलग होने के बाद कई सीटों पर फिर से विचार किया गया। लोजपा के अधिकांश उम्मीदवार उन सीटों पर होंगे, जो जदयू के पास हैं, लेकिन भाजपा के हिस्से वाली कई सीटों पर भी लोजपा उम्मीदवार खड़ा करेगी।
लोजपा द्वारा इसे दोस्ताना संघर्ष का रूप देने की संभावनाओं के मद्देनजर भाजपा ने इसको लेकर कई निर्णय लिए हैं। मसलन लोजपा द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत अपने किसी भी नेता के फोटो के इस्तेमाल पर भाजपा रोक लगाएगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा और भी कई तरह की पाबंदियां लोजपा पर लगाएगी ताकि वह भाजपा के साथ का फायदा न उठा सके।
भाजपा प्रभारी जदयू संग समन्वित रणनीति बनाएंगे
भाजपा के दोनों प्रभारी पटना जाकर जदयू के साथ समन्वित रणनीति बनाएंगे, ताकि दोनों दलों के बीच का विश्वास नीचे तक कायम रहे और हर सीट पर दोनों दलों का समर्थक वर्ग एकजुट रहे। सूत्रों के अनुसार चुनाव अभियान में भाजपा नेता सीधे तौर पर भले ही पासवान का नाम लें, लेकिन राजग को कमजोर करने वालों और राजद के लिए रास्ता बनाने वालों को लेकर पार्टी हमलावर रहेगी।