बड़ी खबर बिहार से हैं । जहाँ बिहार के मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन की घोषण की है । पूरे बिहार को 31 मार्च तक किया गया लॉक डाउन। सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में लिया गया निर्णय। इस दौरान अनिवार्य सेवाएं चालू रहेंगी। इस लॉक डाउन में पटना सहित बिहार के तमाम जिले शामिल हैं। वैसे अनुमंडल इलाके भी शामिल होंगे, जो भीड़भाड़ वाला इलाका है। यह लॉक डाउन फिलहाल 31 मार्च तक किया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर हुई हाइ प्रोफाइल मीटिंग में यह निर्णय लिया गया है।
बिहार में कोरोना ने दस्तक दे दी है। मिली जानकारी के अनुसार तीन कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। देर रात पटना के राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीच्यूट (RMRI) में दो मरीजों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। इसमें एक की मौत भी हो गई है।
देश में अभी तक कोरोना संक्रमण के 330 मामले मिले हैं, जिनमें से सात की मौत हो चुकी है। यह वायरस दुनिया के 170 से अधिक देशों के 3,05,046 लोगों को संक्रमित कर चुका है, जिनमें से 13,029 की मौत हो चुकी है। इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में कोरोना वायरस से हुई मौत पर शोक जताया। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि वे भ्रमण या विदेश से आने की बात नहीं छिपाएं।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव जिस मरीज की मौत हुई है, वह पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में किडनी का इलाज करा रहा था। वह मुंगेर जिला का रहने वाला था तथा हाल ही में कतर से लौटा था। हालांकि, इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव व आरएमआरआइ के निदेशक के बयान अलग-अलग हैं।
देर रात तक 114 सैंपल की जांच, तीन की रिपोर्ट पॉजिटिव
पटना के आरएमआरआइ के निदेशक डॉ. प्रदीप दास ने बताया कि देर रात जांच में दो कोरोना पॉजिटव मामले मिले हैं। उन्होंने बताया कि देर रात तक 114 नमूनों की जांच हुई थी, जिनमें शाम तक सौ सैंपल की जांच पूरी हो चुकी थी। उनमें कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं मिला। लेकिन देर रात तक शेष 14 सैंपल की जांच के दौरान दो की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी दिल्ली में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री व प्रधान सचिव को दी गई है। मुख्य सचिव ने एम्स में भर्ती एक और महिला के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि की है।
मौत के बाद आई जांच रिपोर्ट
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव मृतक मुंगेर का निवासी था तथा वह हाल ही में कतर से लौटा था। वह किडनी का मरीज था। पटना एम्स में उसे पहले जेनरल, फिर आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। पटना एम्स के निदेशक डॉ. प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि शनिवार को दिन में कोरोना संक्रमित सैफ की मौत हुई, जबकि शनिवार देर रात उसके कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आई। एक और कोरोना का मरीज नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती है। वह स्कॉटलैंड में कम्प्युटर इंजीनियरिंग का छात्र है। इस बीच मुख्य सचिव ने एम्स में भर्ती एक और महिला के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी है।
गया में कोरोना के संदिग्ध की नहीं हुई जांच, मौत
इस बीच बोधगया में एक वाहन चालक की संदिग्ध मौत हो गई। बताया जाता है कि पांच दिन पहले उसमें कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए गए। उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां स्थिति बिगड़ने पर उसे शनिवार की रात 11:25 बजे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां देर रात उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद भी निजी अस्पताल ने उसकी जांच की पहल हीं की।
31 मार्च तक लॉक डाउन किए गए 75 जिले
इस बीच केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए जहां भी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, उन जिलों को लॉक डाउन कर दिया है। पटना भी उनमें शामिल है। न्यूज एजेंसी एएनआइ ने इसकी जानकारी देते हुए बताया है कि 31 मार्च तक सभी ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है। मेट्रो, अंतरराज्यीय बसें भी नहीं चलेंगी।