लॉकडाउन के दौरान आदेश के बावजूद राज्य के विभिन्न हिस्सों में पशु चारे, मांस-मछली, मीट-मुर्गा एवं अंडे की दुकानों को पुलिस द्वारा बंद कराए जाने को सरकार ने गंभीरता से लिया है। पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने हालात की समीक्षा करने के बाद सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि स्थानीय स्तर पर सभी दुकानों में सरकार के आदेश को चिपकाया जाए।
विभागीय सचिव एन. सरवण कुमार के आग्रह पर स्वास्थ्य विभाग ने तीन दिन पहले ही ऐसी दुकानों को लाकडाउन से मुक्त रखने का निर्देश जारी किया था। एडीजी अमित कुमार ने भी सभी एसपी से लेकर थाने तक को निर्देश दिया था कि कृषि से जुड़े कार्यो के साथ-साथ मीट-मुर्गा, मछली एवं अंडे की दुकानों को बंद नहीं कराया जाए। उनके लाने-ले जाने पर भी प्रतिबंध नहीं लगाया जाए।
सरकार के आदेश के बावजूद कई जगहों से सूचना आ रही है कि स्थानीय स्तर पर पुलिस द्वारा इन्हें रोका जा रहा है। मंत्री प्रेम कुमार ने विभागीय स्तर पर हालात की समीक्षा की और वीडियो कॉन्फ्रंेस के जरिए जिला पशुपालन पदाधिकारियों एवं क्षेत्रीय निदेशकों से फीडबैक लिया। मंत्री ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की गाइडलाइन का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।
इस क्रम में पुलिस मुख्यालय से जारी आदेश को मांस-मछली, चारा, दाना की दुकानों पर प्रमुखता से चिपका दिया जाए, ताकि दुकानदारों को एवं ग्राहकों को समस्या नहीं हो। उन्होंने सभी जिलों में मर रहे पक्षियों पर भी नजर रखने की हिदायत दी और कहा कि बर्ड फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं है। प्रभावित इलाकों के आसपास 10 किमी में सैनेटाइज किया जा चुका है। इसके बाद अब कोई शिकायत नहीं है।