कोरोना की वजह से पूरे देश में लगे लॉकडाउन का आज 20वां दिन है। काम-काज ठप्प होने से देश के कई इलाकों में रह रहे लाखों परिवार के सामने खाने की दिक्कत पैदा हो रही है। बिहार में पिछले दो सप्ताह में दो ऐसे बच्चों की मौत हो चुकी है जिन्होंने ठीक से खाना नहीं खाया था। जिनके परिवार ने साफ़-साफ़ कहा की खाने की दिक्कत थी।
राज्य सरकार से मिली सूचना के मुताबिक़ लॉकडाउन से प्रभावित 70 हज़ार से अधिक परिवारों को दो-दो हज़ार रुपए दिए जा रहे हैं। ये ऐसे परिवार हैं जो शराबबंदी से पहले देशी शराब और ताड़ी के उत्पादन में लगे हुए थे या उसके कारोबार से जुड़े हुए थे। इन परिवारों को रोज़गार देने के लिए जीविका के माध्यम से सतत जीविकोपार्जन योजना शुरू की गई है। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा हरेक परिवार को आर्थिक मदद दी जा रही है।
मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि शारबबंदी के बाद सर्वे करा कर देशी शराब और ताड़ी के कारोबार से जुड़े परिवारों को खोजा गया था। राज्य में ऐसे परिवारों की संख्या 70284 है। सहायता कोष से 39240 परिवारों के लिए रक़म भेजी गई है।
आपको बता दें कि कल यानी 14 अप्रैल को 21 दिन का लॉकडाउन पूरा हो रहा है। कल ही सुबह दस बजे पीएम मोदी देश को संबोधित करने वाले हैं जिसमें वो अगले प्लान की घोषणा करेंगे। माना जा रहा है कि पीएम मोदी मंगलवार को अपने देश के नाम संबोधन में लॉकडाउन को लेकर आगे की रणनीति के बारे में जानकारी दे सकते हैं।
इससे पहले पीएम ने 3 हफ्तों के लॉकडाउन का ऐलान किया था जो 14 अप्रैल को खत्म हो रहा है। लेकिन देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिसे देखते हुए 14 अप्रैल के बाद भी लॉकडाउन का बढ़ना तय माना जा रहा है।
सोमवार सुबह तक देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 9000 का आंकड़ा पार कर चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अभी तक देश में 9152 कोरोना वायरस पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। देश में इस महामारी से अब तक 308 लोगों की मौत हो चुकी है।
इनपुट – एशियाविले