कोरोना काल (Covid-19) में लोक आस्था के महापर्व छठ (Chhath) पर बहुत बड़ा असर पड़ा है. बिहार सरकार ने लोगों से यथा संभव घर पर ही छठ पूजा करने की अपील की है. इसके साथ ही प्रशासन ने श्रद्धालुओं से तालाब किनारे पूजा करने और अर्घ्य के दौरान उसमें डुबकी नहीं लगाने का आग्रह किया है.गृह विभाग के निर्देशों के अनुसार, छठ पर्व के दौरान बुखार से ग्रस्त व्यक्ति, 60 साल से ऊपर के व्यक्ति, 10 साल से कम उम्र के बच्चे व अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को छठ घाटों पर नहीं जाने की सलाह दी है.
इसके साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को मास्क का प्रयोग करने और दो गज की दूरी का अनिवार्य रूप से पालन करने की सलाह दी गयी है. वहीं, पटना जिला प्रशासन ने छठ व्रतियोंं एवं श्रद्धालुओं के लिए गाइड लाइन भी जारी की है. और सभी नागरिकों से अपील की है कि निर्देशों के अनुपालन में जिला प्रशासन का आवश्यक सहयोग करें तथा यथासंभव अपने घर पर ही पूजा करें.
पटना जिला प्रशासन ने छठ पूजा को लेकर छठ घाटों पर जाने वाले लोगों के लिए कड़े निर्देश जारी किये हैं. गाड़ियों से छठ घाट पर जाने वाले लोगों के लिए पटना में पार्किंग की कहीं भी व्यवस्था नहीं की गई है. गांधी मैदान या उसके आसपास भी गाड़ी पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई है. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि अशोक राजपथ पर पूरी तरह से गाड़ियों का परिचालन बंद रहेगा.
जिला प्रशासन की आम लोगों से अपील है कि वे गंगा घाट पर पूजा करने के लिए न जाएं. जिनको भी पूजा छठ का गंगा घाटों पर जाकर करना है उन्हें पैदल जाने की ही अनुमति होगी. दो पहिया तीन पहिया ठेला रिक्शा कार किसी भी तरह के वाहन का उपयोग पर पूरी तरह से रोक रहेगी. पटना डीएम कुमार रवि ने पटना के लोगों से अपने घर पर ही पूजा करने का अनुरोध किया है.