भागलपुर के पीरपैंती में कोयला का उत्खनन वर्ष 2026 में शुरु हो जाएगा। इसके पहले सारी जमीनी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। कोयला खनन की जिम्मेवारी बीसीसीएल को सौंपी गयी है। यह जानकारी खान एवं भूतत्व मंत्री ब्रजकिशोर बिंद व निदेशक ने दी। उन्होंने बताया कि पीरपैंती-मंदार में उच्च कोटि के कोयले का भंडार मिला है और इसको लेकर विभाग काफी काम कर चुका है। वहां का कोयला ग्रेड-12 कोटि का है और बिजलीघरों में बी इसका उपयोग हो सकता है। एक सुझाव इसको लेकर भी आया है कि यहां से निकलने वाले कोयले का उपयोग किसी बिजलीघर के लिए हो। कहा गया कि निकट में ही कोई प्रोजेक्ट लगवाया जाए।
वहां जमीन के अंदर 230 मिलियन टन कोयले का भंडार है, लेकिन वह 90 मीटर के बेस में है। उसके ऊपर मिट्टी की मोटी परत है। इसकी जांच की जा रही है। इसके कहां और किस तरह उपयोग किया जा सकता है, इसकी भी कार्ययोजना बनायी जा रही है। खान विकसित होने के बाद हर साल में 60 मिलियन टन कोयले का खनन किया जाएगा। इनके निकट मिर्जापुर में भी 200-300 मिलियन टन कोयले का भंडार मिला है। वहां खनन के लिए अलग से कार्ययोजना बनेगी।