नियोजित शिक्षक अपने बातों को मनवाने के लिये रोज नये नये तिकड़म लगा रहे हैं । कभी पटना के सड़को पर भीख मांगते हैं तो कभी बाल मुड़वाते हैं । नया मामला गोपलागंज से हैं जहाँ इन्होने नीतीश कुमार का श्राद्ध ही कर दिया ।
अपनी मांगों को लेकर शिक्षको का आंदोलन जहां 25वें दिन भी जारी है, वही गुरुवार को सैकड़ों प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने उचकागांव प्रखंड संसाधन केंद्र पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया। प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने सीएम नीतीश कुमार का श्राद्ध कर्म मनाया और श्राद्ध कर्म के मौके पर ब्रह्मभोज का आयोजन भी किया।
इस ब्रह्मभोज में सैकड़ों शिक्षक शामिल हुए और सीएम नीतीश कुमार पद से हटाने की मांग की। इसके साथ ही नियोजित शिक्षकों ने नियोजन से मुक्ति दिलाते हुए खुद को परमानेंट शिक्षक घोषित करने की मांग की।
प्रदर्शन कर रही नियोजित शिक्षिका सुनीता देवी ने कहा कि वह अपने नियमित बहाली की मांग कर रही हैं। अपनी वेतनमान की मांग को लेकर वह लगातार आंदोलन कर रही हैं। आज इसी आन्दोलन के क्रम में उचकागांव संसाधन केंद्र पर श्राद्ध कर्म का आयोजन किया गया था, जिसमे सैकड़ो की संख्या में लोग शामिल हुए।
वहां मौजूद शिक्षकों ने इस आंदोलन को अपनी मांगे पूरी होने तक जारी रखने का आह्वान किया गया। बता दें कि शिक्षकों के आंदोलन को 25 दिन हो चुके हैं। बिहार मैट्रिक की परीक्षा के दौरान नियोजित शिक्षकों ने समान काम समान वेतन की मांग को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा है। हालांकि, इसका असर अब काफी कम हो गया है।