पहले चरण की 57 सीटों के आपसी बंटवारे को लेकर महागठबंधन में रविवार को महामंथन चला। राजद और कांग्रेस के बीच चार-पांच सीटों को छोड़कर अधिकांश सीटों पर आपसी सहमति बन गई है। फंसी हुई सीटों में टेकारी, बांका, तारापुर, मोकामा सहित एकाध अन्य सीट शामिल हैं। इसके लिए दोनों दलों के नेता सोमवार की सुबह फिर साथ बैठेंगे। बाकी सारी सीटों का खाका लगभग तैयार है। माले अपने प्रत्याशी तय करचुका है। वहीं राजदने भी प्रत्याशियों को सिंबल देने की शुरूआत कर दी है। वहीं बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस अपने कुछ उम्मीदवारों के नाम को सोमवार को अंतिम रूप दे सकती है। राज्य की 74 विधानसभा सीटों पर पहले चरण में 28 अक्टूबर को मतदान होना है। इन सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया एक अक्टूबर से शुरू हो चुकी है ।
कांग्रेस : बक्सर, रफीगंज, सिकंदरा (एससी),मोहनिया (एससी), चैनपुर, चेनारी(एससी), सासाराम, कुर्था, विक्रम,कहलगांव, बरबीघा, औरंगाबाद, कुटुंबा(एससी), गया टाउन, वजीरगंज, जमालपुर, हिसुआ, बारसलीगंज,अमरपुर, शेखपुरा, करगहर, Taरापुर, नवीनगर।
राजद : जगदीशपुर, शाहपुर, बह्मपुर, रामगढ़, भभुआ, दिनारा, नोखा, डिहरी, जहानाबाद, इमामगंज, बोधगया (एससी ), बेलागंज, अतरी, मसौढ़ी (एससी), संदेश, बराहत,._ | मुंगेर, बेलहर, बांका, सुल्तानगंज, कटोरिया (सुरक्षित), लखीसराय, बाढ़, नवादा, गोविंदपुर, जमुई, झांझा, ओबरा, गोह, टेकारी, मखदूमपुर (एससी ), सूर्यगढ़ा, धौरैया रजौली (एससी), गुरुआ,शेरघाटी, बाराचट्टी, मोकामा, चकाई।
2015 में यह था इन सीटों पर जीत का गणित
पिछले विस में इन 7 सीटों में सर्वाधिक 25 सीट राजद ने जीती थीं। जब महागठबंधन बह सरे घटक दल या को 2 और तीसरे घटक कांग्रेस को आठ सीटों पर जीत मिली थी। भाजपा ने इनमें से ।4 सीट जीती थीं। जबकि हम, वाम और निर्दलीय प्रत्याशी ने एक-एक सीट पर जीत दर्ज की थी। इस बार गठबंधन की स्थिति भिन्न है । जदय एनडीए में है तो वाम दल महागठबंधन का हिस्सा हैं।