जल्द ही सदर अस्पताल को मॉडल अस्पताल में उन्नयन किया जाएगा। मंगलवार को राज्य सरकार के द्वारा नौ जिले के अस्पतालों सहित सहरसा को भी मॉडल अस्पताल के लिए बजट पास कर दिया है। नौ जिलोंे में आरा, अररिया, वैशाली, औरंगाबाद, बांका, पूर्वी* चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी व सहरसा का मॉडल अस्पताल के रूप में उन्नयन के लिए लगभग 172.95 करोड़ रूपये का बजट पास किया है। मॉडल अस्पताल बनने से मरीजों को बेहतर सुविधा मिलने की संभावना है।
कोसी प्रमंडल का सबसे बड़ा सदर अस्पताल बेड की कमी से जूझ रहा है। बेड की कमी से मरीजों को फर्श पर इलाज कराना पड़ता है। मॉडल अस्पताल बनने से तकरीबन 3 सौ बेड लगाया जाएगा। इसके लिए सदर अस्पताल तीन सौ बेड का अस्पताल बनाने की अब पूरी संभावना है।
मॉडल अस्पताल में कई वार्ड बनाने की योजना ग्राउंड फ्लोर सहित तीन मंजिला भवन के सबसे ऊपर तीन सौ बेड सहित अलग-अलग वार्ड बनाने की योजना है। जिससे मरीजों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधा मिलती। इसके अलावा आईसीयू के समान ही आधुनिक सुविधा से लैस एचडीयू भी बनेगा। ओपीडी, इमर्जेंसी, महिलाओं के लिए भी अलग अलग वार्ड बनेगा। मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित होने के बाद मरीजों को ज्यादा दौड़ धूप नहीं करना पड़े इसके लिए अस्पताल में इमरजेंसी विभाग तथा बाह्य मरीज विभाग एक ही जगह रहेंगे। अस्पताल का पैथोलॉजी विभाग काफी आधुनिकतम सुविधाओं से लैस होगा। ताकि मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो सके और उन्हें किसी भी तरह की जांच के लिए बाहर नहीं जाना पड़े।
कंट्रोल रूम की भी योजना प्रस्तावित
सदर अस्पताल में कार्यरत सभी चिकित्सकों व कर्मी एक दूसरे से 24 घंटे जुड़े रहेंगे। इसके लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस कंट्रोल रूम का निर्माण कराया की योजना भी प्रस्तावित है। अस्पताल की सभी प्रकार की व्यवस्था कंट्रोल रूम के माध्यम से मानिटरिंग की जाएगी। जलजमाव, कचरा निष्पादन, फायर प्रुफ जैसी पुख्ता व्यवस्था रहेगी। सभी फ्लोर पर जाने के लिए बाहर से ही सीढ़ी का निर्माण भी होगा।