
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने एक बड़ा निर्णय लिया है। अब मैट्रिक और इंटर परीक्षा के पूर्व विद्यालय और महाविद्यालय स्तर पर होने वाले सेटअप/ जांच परीक्षा के लिए शुल्क नहीं ली जाएगी। अब प्रश्न पत्रों की आपूर्ति बिहार बोर्ड के स्तर से की जाएगी। इस संबंध में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिखा है। आदेश में कहा गया है कि इंटर और मैट्रिक परीक्षा में सम्मिलित होने वाले परीक्षार्थियों के लिए आयोजित होने वाली जांच परीक्षा की व्यवस्था प्रणाली को पारदर्शी और उत्कृष्ट बनाने की जरूरत है, ताकि इन परीक्षाओं की गुणवत्ता उच्च कोटि की हो एवं इसमें उत्तीर्ण परीक्षार्थी वास्तविक रूप में समिति द्वारा आयोजित होने वाली इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक परीक्षा में सम्मिलित होने के मापदंड पर खरा उतर सके। इसी उद्देश्य से मान्यता प्राप्त प्लस टू विद्यालयों, महाविद्यालयों में आयोजित होने वाली सेंट अप परीक्षा के आयोजन में कई बदलाव किए गए हैं।
अब सेंट अप/ जांच परीक्षा के प्रश्न पत्रों का विषय वार निर्धारण समिति के स्तर पर किया जाएगा, तथा इसकी आपूर्ति भी बिहार बोर्ड द्वारा संबंधित सभी स्कूलों में निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। इस पर होने वाले व्यय का वहन बिहार बोर्ड द्वारा किया जाएगा, तथा इसके लिए परीक्षार्थियों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। इस व्यवस्था के तहत समिति द्वारा आपूर्ति प्रश्न पत्र का प्रारूप माध्यमिक, इंटरमीडिएट परीक्षा के अनुरूप तैयार होगा। ताकि परीक्षार्थी पूर्व से समिति द्वारा आयोजित होने वाली मुख्य परीक्षा के लिए अपने आपको तैयार रख सकें। परीक्षा का आयोजन एवं मूल्यांकन व्यवस्था के अनुसार ही सभी मान्यता प्राप्त विद्यालयों में की जाएगी। बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर के इस निर्णय से शिक्षकों अभिभावकों और छात्रों में खुशी की लहर है। शिक्षकों ने बिहार बोर्ड के इस फैसले का स्वागत किया है और कहा है कि इस निर्णय से गुणवत्ता के साथ साथ कई तरह के लाभ मिलेंगे।