बिहार बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट जारी कर दिया गया है। विद्यार्थी अपना परीक्षा परिणाम onlinebseb.in और biharboardonline.bihar.gov.in पर चेक कर सकते हैं। इस वर्ष 78 फीसदी छात्र पास हुए हैं। नतीजों ( Bihar Board Matric Result 2021 ) की घोषणा शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने की। कोरोना महामारी से पैदा हुए हालातों और राज्य सरकार की गाइडलाइंस के चलते परिणाम की घोषणा के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन नहीं किया गया। हालांकि वेबकास्टिंग के जरिए कार्यक्रम दिखाया गया। इस मौके पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार मौजूद थे।
कोरोना काल में 40 दिन में रिजल्ट जारी कर बिहार बोर्ड फिर नया इतिहास बनाएगा। 17 से 24 फरवरी तक हुई बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा के लिए प्रदेश में 1525 सेंटर बनाए गए थे, जहां कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए एग्जाम कराया गया था। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इंटरमीडिएट की तरह मैट्रिक परीक्षा में भी परिणाम घोषित करने में हर स्तर से तेजी दिखाई गई है। इसे पूरे देश के लिए नजीर बताया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की वेबसाइट पर सोमवार को दोपहर 3.30 बजे रिजल्ट अपलोड कर दिया जाएगा। परीक्षार्थी http://biharboardonline.bihar.gov.in पर देख सकते हैं।
20 मार्च को जारी किया गया था आंसर की
मैट्रिक परीक्षा 2021 के लिए बिहार बोर्ड ने पहले से ही विशेष तैयारी कर रखी थी। 17 फरवरी से लेकर 24 फरवरी 2021 तक आयोजित मैट्रिक परीक्षा में प्रदेश के 38 जिलों में 1525 केंद्रों पर परीक्षा ली गई थी। मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने के लिए 16.84 परीक्षार्थियों ने फार्म भरा था। इस परीक्षा की आंसर-की 20 मार्च को जारी की गई थी।
2020 में 26 मई को जारी हुआ था रिजल्ट
बिहार बोर्ड ने मैट्रिक परीक्षा 2020 का रिजल्ट 26 मई 2020 को जारी किया था। कोरोना के कारण वर्ष 2020 में कॉपियों के मूल्यांकन में काफी समस्या हुई थी। संक्रमण के कारण ही रिजल्ट जारी करने में बोर्ड को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2020 में बिहार मैट्रिक परीक्षा में 80.59 प्रतिशत स्टूडेंट्स हुए थे। इसमें 96.20 प्रतिशत अंक के साथ हिमांशु राज ने पहला स्थान हासिल किया था।
छात्राओं के बाजी मारने की उम्मीद
बिहार बोर्ड ने इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 का रिजल्ट 26 मार्च को जारी किया था। 12वीं इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम में बेटियाें ने परचम लहराया था। हालांकि कुल पास होने वाले छात्रों का प्रतिशत पिछले साल की तुलना में कम रहा। हर विषय साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स में छात्राएं ही टॉपर रहीं। मैट्रिक में भी उम्मीद है कि बेटियां ही बाजी मारेंगी।