बिहार में कोरोना के टीके का टोंटा है । सरकार फिर भी दावा कर रही है कि 6 महिने में 6 करोड़ लोगों को टीका लगेगा । बिहार के कई सेंटर पर लोग बिना टीका के ही लौट रहे हैं । लेकिन इसके बावजूद बिहार टीके की बर्बादी ने नया कीर्तिमान गढ़ा है । यह वाकई चिंता का विषय है। वैक्सीन की बर्बादी में बिहार टॉप पर है। वैक्सीन की बर्बादी करने वाले 8 राज्यों में सबसे ऊपर बिहार का नंबर है। मई महीने से अब तक के सुबह में 1।26 लाख डोज बेकार हुई है।
बिहार में वैक्सीन में की कमी और टीके की बर्बादी के मुद्दे को लेकर अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर तंज कसा है। तेजस्वी ने कहा है कि टीके की बर्बादी करने में बिहार में नंबर वन का स्थान हासिल किया है और इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य विभाग को बधाई दिया जाना चाहिए।
तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि “16 वर्षों से बिहार की NDA सरकार ने अपराध, बेरोजगारी, पलायन, शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्रों में बिहार को नीचे से नंबर-1 रखने के बाद अब वैक्सीन “बर्बादी” में बिहार को ऊपर से नंबर- 1 स्थान पर रखा है। इसके लिए मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य विभाग को बधाई भेजना चाहिए।”
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में शुक्रवार तक टीके की 2.17 करोड़ डोज लग चुकी है। पहली डोज 1,83,83,503 और दोनों डोज 33,28,086 लोगों को लगी है। टीका कम रहने के कारण शुक्रवार को 44588 लोगों को ही टीका लगा है। राज्य के 8 जिले बेगूसराय, सीतामढ़ी, गोपालगंज, मुंगेर, मधेपुरा, लखीसराय शिवहर और शेखपुरा में किसी को टीका नहीं लगा है। सहरसा में 6 बक्सर में 9। कटिहार में 10। मधुबनी में 68, किशनगंज में 70, खगड़िया में 91 लोगों को टीका लगा है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि जनवरी से अप्रैल तक बिहार को 79,50,970 वैक्सीन मिली है। मई में 18,58,800, जून में 29,79,330 और जुलाई में 47,05,140 वैक्सीन बिहार को दी गई। केंद्र सरकार की ओर से बिहार को अबतक 1,74,94,240 डोज वैक्सीन की उपलब्ध कराई गई है। यह आंकड़ा 20 जुलाई तक राज्य को मिली वैक्सीन का है। मई और जून महीने में राज्य ने 44.39 लाख डोज वैक्सीन खुद भी खरीदी थी। केंद्र के आंकड़ों के अनुसार सबसे अधिक 3.44 करोड़ वैक्सीन उत्तर प्रदेश को दी गई है। इसमें राज्य की ओर से खुद खरीदी गई वैक्सीन का डाटा शामिल नहीं है।