21 वर्षों के बाद बाढ़ बिजलीघर के स्टेज-1 की 660 मेगावाट की पहली यूनिट बनकर तैयार हो गयी है। रविवार को सुबह 7.32 बजे इसे सफलतापूर्वक चालू किया गया। इसे ग्रिड से भी जोड़ा गया। 72 घंटे तक पूर्ण लोड पर चलाने के बाद इसके वाणिज्यिक उत्पादन शुरू किया जाएगा और फिर बिहार को विधिवत रूप से बिजली मिलने लगेगी।
अनुमान है कि इस साल के अंत तक बिजलीघर से सूबे को बिजली मिलने लगेगी। स्टेज-2 की दोनों यूनिट चालू हो चुकी है और इनसे बिहार को बिजली मिल रही है। स्टेज-1 में बिहार को 52 फीसदी हिस्सेदारी दी गयी है। पहली यूनिट से बिहार को 396 मेगावाट बिजली मिलेगी। स्टेज-1 में 660 मेगावाट की तीन यूनिट है। पहली यूनिट के चालू होने के बाद एनटीपीसी बाढ़ के अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि मार्च 2022 के अंत तक शेष दो इकाइयों को चालू कर दिया जाएगा। बाढ़ बिजलीघर बिहार में एनटीपीसी की परियोजना है, जिसमें 660 मेगावाट की 5 इकाइयों के साथ 3300 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता है।