बिहार के भागलपुर में मेडिकल के छात्रों और स्थानीय निवासियों के बीच हुआ मामूली विवाद भयंकर हिंसा में बदल गया। मामला बरारी थाना क्षेत्र का है, जहां मेडिकल छात्रों ने विवाद के बाद हिंसक प्रदर्शन करते हुए करीब एक दर्जन बाइकों को भी आग के हवाले कर दिया। स्थानीय निवासी मेडिकल छात्रों के उपद्रव से आक्रोशित थे। पुलिस को उन्हें शांत करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। तनाव को देखते हुए पुलिस कैंप कर रही है।
बताया जाता है कि रात करीब आठ बजे स्थानीय निवासी पिकेश यादव और गौतम यादव बाइक पर दूध का कनस्तर लेकर जा रहे थे। मेडिकल कॉलेज की चारदीवारी से सटे मायागंज-तिलकामांझी मार्ग पर मेडिकल छात्रों से बाइक टकरा गई, जिससे पिकेश यादव का कनस्तर गिर गया और सारा दूध बह गया। इससे नाराज पिकेश और गौतम ने बाइक सवार मेडिकल छात्रों को रोका। छात्रों ने कहा कि वे इसका हर्जाना दे देंगे।
ग्रामीणों के मुताबिक उनलोगों ने फोन पर किसी से अंग्रेजी में बात की। इसके बीस मिनट के अंदर 30-40 की संख्या में मेडिकल छात्र बाइक लेकर हॉस्टल से वहां पहुंच गए। वे लोग पिकेश, गौतम और वहां पहुंचे सन्नी, छोटू, अजय को पीटने लगे। छात्रों को उग्र होते देख वे लोग मायागंज बस्ती की ओर भागे। छात्र भी पीछा करते हुए बस्ती में प्रवेश कर ढलान वाले इलाके तक चले गए।
मोहल्ले के लोगों ने कहा कि उनलोगों ने जो मिला उसी के साथ मारपीट की। दुर्गा मंदिर परिसर में बैठे बुजुर्गों को भी पीट दिया। करीब एक दर्जन लोग इसमें जख्मी हो गए, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं। बस्ती के ज्यादा मर्द कुप्पा घाट रोड स्थित चाय की दुकानों और अन्य जगहों पर रोज की तरह दूध बांटने निकले हुए थे। बस्ती के लोगों मेडिकल छात्रों के साथ हुए विवाद की जानकारी नहीं थी। जब बस्ती की महिलाएं छतों पर आकर शोर मचाने लगीं तो लोग एकजुट हुए।
जैसे ही यह जाना कि मेडिकल छात्रों ने बवाल मचाया है, वे लोग भड़क गए और लाठी-डंडे निकाल कर हॉस्टल की ओर जाने लगे। इस बीच बस्ती में उत्पात मचाकर लौट रहे मेडिकल छात्रों ने लोगों को दौड़ते देखा तो जैसे-तैसे बाइक लेकर भागने लगे। उनमें से नौ बाइकें वहीं छूट गईं। वे दौड़ कर भाग निकले। दो-तीन छात्रों को भी पिटाई लगी, लेकिन वे भाग निकले। गुस्साए लोगों ने उनकी बाइकें फूंक दी।
चंद फर्लांग की दूरी पर मौजूद बरारी पुलिस आक्रोश देख ठिठकी रही। बाद में सिटी डीएसपी कई थानों की पुलिस के साथ पहुंचे, लेकिन लोगों का आक्रोश देख शांत रहे। एसएसपी आशीष भारती और सदर एसडीओ ने वहां पहुंचकर लाउड हेलर से आक्रोशित लोगों से शांत रहने की अपील की। एसएसपी ने जब दोषी छात्रों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया तो लोगों ने फायर ब्रिगेड की गाड़ी आने दी। इसके बाद बाइक में लगी आग बुझाई जा सकी। एसएसपी की अपील पर बस्ती से प्रबुद्ध लोगों के शिष्टमंडल को बुलाया गया। मेडिकल छात्रों की भी बातें सुने जाने का भरोसा दिया गया। तनाव को देखते हुए वहां भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।